मातम में बदली खुशियां! बेटी के तिलक कार्यक्रम से पूर्व पिता ने खाया जहर, अस्पताल में भर्ती

punjabkesari.in Thursday, Apr 18, 2024 - 02:27 AM (IST)

Bahraich News: उत्तर प्रदेश के जनपद बहराइच में शादी की खुशियां पलभर में मातम में बदल गई। दरअसल, ललुही गांव निवासी एक ग्रामीण ने मजबूरन जान देने के लिए जहर खा लिया। जिसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीण ने यह जानलेवा कदम बेटी के तिलक कार्यक्रम से हफ्तेभर पहले उठाया।

26 अप्रैल को होनी है बेटी की शादी
परिवार के मुताबिक तिलक कार्यक्रम में दहेज देने के लिए कई लोगों से सहयोग मांगा, लेकिन सफलता नहीं मिली। जिस पर उसने आत्महत्या की कोशिश की। खैरीघाट थाने के ललुही पथार के मजरे पथार कलां निवासी 45 वर्षीय दलित सिपाही लाल पुत्र बाबूराम मजदूरी करके परिवार की आजीविका चलाता है। एक बेटी व एक बेटे की शादी कर चुका है। बेटे के एक छह माह का बेटा है। उसके तीन बेटे व चार बेटियां है। दूसरी बेटी की भी उसने नवाबगंज इलाके के एक गांव में शादी तय की है। गुरूवार को तिलक जाना है। जबकि 26 अप्रैल को शादी होनी है। धन की कमी होने की वजह से उसने कई जगह उधार मांगा। उसे हर जगह इंकार ही मिला।

हालत अभी भी नाजुक
मंगलवार दोपहर में वह बेटी की ननिहाल में शादी का पहला कार्ड देने की रस्म अदायगी को निकला था। ननिहाल महसी इलाके के नकवा गांव में है। वह नकवा गांव नहीं पहुंचा। मंगलवार शाम वह बंजरिया में रास्ते में सड़क पर पड़ा था। उसके मुंह से फेना व झाग निकल रहा था। लोगों ने उसे पहचान कर परिजनों को जानकारी दी। परिजन आनन फानन में वहां पहुंचे। उसे निजी क्लीनिक ले जाया गया। बुधवार सुबह हालत काफी बिगड़ने पर उसे मेडिकल कालेज लाया गया। जहां उसका उपचार चल रहा है। जिसकी हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।

ससुराल के लोगों ने नहीं मांगा दहेज, लेकिन कुछ देना है जरूरी
पत्नी राधा देवी ने बताया कि बेटी की ससुराल के लोग अच्छे हैं। कोई मांग नहीं की है। लेकिन बेटी की शादी में कुछ दहेज मिल जाए, इसके लिए पति ने सभी से सहयोग मांगा। जब किसी के द्वारा सहयोग नहीं मिला तो उन्होंने निराश होकर आत्महत्या के लिए कदम उठा लिया।

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Mamta Yadav