गम भी और गर्व भी... पिता का हो चुका देहांत- छोटा भाई बीमार, फिर बहन ने किया बड़े भाई का अंतिम संस्कार

punjabkesari.in Friday, Aug 11, 2023 - 03:21 PM (IST)

Jhansi News, (शहजाद खान): सदियों से चली आ रही परम्परा को तोड़ते हुए उत्तर प्रदेश के झांसी में बड़ी बहन ने अपने छोटे भाई के शव को न केवल मुखाग्नि दी बल्कि अर्थी को कंधा भी दिया। यह नजारा जो भी देख रहा था उसके आंसू नहीं रुक रहे थे। भाई के प्रति बहन के इस प्यार को देख समाजसेवी प.श्याम सुंदर शर्मा और अन्य आगे आ गए। जिन्होंने उसके अंतिम संस्कार में मदद की।

परिवार में मां, दो बहनें और दो भाई थे
दरअसल, मृतक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उसका शव कोतवाली के पास मिला था। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने शव को मां और बहन के सुपुर्द कर दिया था। मृतक की शादी न होने के कारण परिवार में कोई नहीं था। छोटा भाई बीमार था। पिता का काफी समय पहले देहांत हो गया था। अब परिवार में मां, दो बहनें और दो भाई थे।

अविवाहिता था संजय कुशवाहा
बता दें कि रक्सा थाना क्षेत्र में रहने वाला लगभग 45 वर्षीय संजय कुशवाहा टैक्सी चालक था। संजय कुशवाहा अविवाहिता था। उसकी दो बहनें और एक भाई है। शुक्रवार की सुबह उसका शव शहर कोतवाली के बगल में पड़ा हुआ था। पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अविवाहित होने के कारण पोस्टमार्टम होने के बाद उसके शव को उसकी बहन और मां के सुपुर्द कर दिया। घर में कोई पुरुष न होने और भाई के प्रति प्यार अधिक होने के कारण बहन ने उसका अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया। संजय के शव को बड़ागांव गेट बाहर शमशान घाट ले जाया गया। जहां पर मृतक की बहन मीनू कुशवाहा ने उसकी अर्थी को कंधा दिया। इसके बाद हिंदू रीति रिवाज से उसकी चिता को मुखाग्नि दी। यह नजारा देख वहां मौजूद सभी की आंखों से आंसू छलक पड़े थे।

मीनू ने बताया कि उसके पिता की 20 वर्ष पहले मौत हो गई थी। छोटा भाई भी अधिक बीमार रहता था। जिस कारण चलने में असमर्थ है और उसका इलाज भी चल रहा है। छोटी बहन बाहर पढ़ती है। उसका भाई संजय टैक्सी चलाता था। जिस कारण वह झांसी में ही रहता था। दो माह पहले उसके भाई संजय की अपनी मां से वार्ता हुई थी। वह अपने भाई से बहुत अधिक प्यार करती थी।

Content Writer

Mamta Yadav