भारत बंद के दौरान हापुड़ में दलित संगठन का उग्र प्रदर्शन, वाहनों में की तोडफ़ोड़ व आगजनी

punjabkesari.in Monday, Apr 02, 2018 - 02:53 PM (IST)

हापुड़: उत्तर प्रदेश के हापुड़ में भारत बंद के दौरान नारेबाजी करती भीड़ उग्र हो गई और वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी तथा पथराव किया। पुलिस के अनुसार भीड़ ने जो सामने आया उसे ही निशाना बनाना शुरू कर दिया। पथराव से शहर कोतवाल के सिर में भी चोट आई और वह लहुलुहान हो गया। कुछ समय के लिए स्थिति बेकाबू होने से शहर में दहशत का माहौल बन गया। प्रदर्शनकारियों ने निजी एवं स्कूली वाहनों में जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की।

जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय ने बताया कि सुबह नारेबाजी करते झंडे हाथ में लिए लोगों की भीड़ हापुड़ रेलवे स्टेशन पर जाकर एससी/एसटी एक्ट संशोधन के विरोध में ज्ञापन सौंपा था, लेकिन कुछ लोग नशे की हालत में थे और अचानक उग्र हो गए, जिससे हालात बिगड़ते गए। पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल ने बताया कि हापुड़ प्रभारी निरीक्षक पंकज लवानिया के घायल हो जाने के बावजूद पुलिस ने संयम बनाए रखा। प्रदर्शकारियों पर पुलिस बराबर नजर बनाए हुए है और वाहनों में तोड़फोड़, सडकों पर उग्र प्रदर्शन के बाद अब माहौल कुछ सामान्य हो गया है।

राष्ट्रीय राजमार्ग-24 शहरी क्षेत्र,मेरठ रोड पर प्रदर्शनकारियों ने बसों में आग लगाई। स्कूल बसों एवं दंगा नियंत्रण वाहन को निशाना बनाया। प्रदर्शन की कवरेज के लिए गए पत्रकारों को भी भीड़ ने नहीं बख्शा और उन्हें भी धमकाया गया। भारत बंद को कई राजनीतिक पार्टियों और कई संगठनों ने समर्थन भी दिया है। संगठनों की मांग है कि अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 में संशोधन को वापस लेकर एक्ट को पहले की तरह लागू किया जाए। हापुड़ में प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ रेल रोका है बल्कि सड़क जाम कर परिवहन व्यवस्था को भी नुकसान पहुंचाया है। चमरी, भीम नगर, आंबेडकर नगर आदि स्थानों से निकली भीड़ में से अधिकांश नशे की हालत में बेकाबू हो रहे थे।

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