एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाला पांचवां आरोपी मुठभेड़ में घायल, राजस्थान से निकला कनेक्शन
punjabkesari.in Friday, Sep 19, 2025 - 07:03 PM (IST)

बरेली: (मों0 जावेद खान): बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के सिविल लाइंस स्थित घर पर हुई फायरिंग का मामला लगातार सुर्खियों में है। इस केस में पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए शुक्रवार शाम शाही थाना क्षेत्र के दुनका-बिहारीपुर रोड स्थित किच्छा नदी पुल के पास मुठभेड़ के दौरान दो आरोपियों को दबोच लिया। इनमें राजस्थान का कुख्यात बदमाश और 25 हजार का इनामी अपराधी रामनिवास उर्फ दीपक उर्फ दीपू पुलिस की गोली से घायल हो गया।
आरोपी के पैर में लगी गोली
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि मुठभेड़ में रामनिवास के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाली टीम का हिस्सा था और घटना के बाद से लगातार फरार चल रहा था। पुलिस ने उसके पास से 32 बोर की पिस्टल, चार जिंदा कारतूस और चार खोखे बरामद किए।
पाटनी के घर की आरोपी ने की थी रेकी
गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने पुलिस के सामने कबूल किया कि वह अब दोबारा यूपी में कदम नहीं रखेगा, क्योंकि यहां "बाबा की पुलिस" के सामने कोई टिक नहीं सकता। पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान अनिल पुत्र सतीश, निवासी सोनीपत (हरियाणा) को भी पकड़ा। उसके पास से 315 बोर का तमंचा, जिंदा कारतूस और एक बिना नंबर प्लेट की स्प्लेंडर बाइक बरामद हुई, जिसका इस्तेमाल पाटनी के घर की रेकी में किया गया था।
राजस्थान का रहने वाला है आरोपी
पुलिस जांच में सामने आया है कि इस गिरोह के तार कई राज्यों से जुड़े हैं। रामनिवास राजस्थान के अजमेर जनपद के बियावर क्षेत्र का रहने वाला है, जबकि अनिल हरियाणा के सोनीपत जिले का निवासी है। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह संगठित तरीके से काम कर रहा था और सेलेब्रिटी के घर फायरिंग कर दहशत फैलाना चाहता था।
यूपी एसटीएफ दो शूटर को पहले कर चुकी है ढेर
इससे पहले यूपी एसटीएफ ने गाजियाबाद में मुठभेड़ में दो शूटर रविंद्र और अरुण को मार गिराया था। वहीं, दिल्ली पुलिस ने नकुल और विजय को गिरफ्तार किया था। अब रामनिवास और अनिल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को पूरा नेटवर्क उजागर होने की उम्मीद है। एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा, “दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग की साजिश रचने वाले सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ रहे हैं। गाजियाबाद और दिल्ली के बाद बरेली पुलिस ने भी बड़ी सफलता हासिल की है।”