मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा का पाठ कराने पर FIR दर्ज, संत ने आरोप को बताया निराधार
punjabkesari.in Wednesday, Apr 20, 2022 - 05:30 PM (IST)
उरई: उत्तर प्रदेश में लाउडस्पीकर से अजान और हनुमान चलीसा करने को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं उरई में अजान के समय लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने का मामला सामने आया है। जिसके बाद एक्शन आई पुलिस ने संत के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। गुस्साए संत ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ कड़ी धूप में गांधी चबूतरे पर धरने पर बैठ गए है। संत का आरोप है कि बिना जांच के ही पुलिस ने कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि स्टेशन रोड में मस्जिद के सामने मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ कराया गया था, लेकिन किसी प्रकार से लाउडस्पीकर का प्रयोग नहीं किया गया था। संत ने कहा मेरे ऊपर लगे आरोप निराधार है। संत के धरने पर बैठने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। जिले के आलाधिकारी मौके पर संत को मनाने के प्रयास किया लेकिन संत दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर डटे रहे।
मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा का पाठ कराने का आरोप
संत मत्स्येंद्र गोस्वामी ने 19 अप्रैल को स्टेशन रोड पर मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा का पाठ कराया था। इन आरोपों में उनके विरुद्ध शांति भंग की कार्रवाई की गई। संत का कहना है कि उन्होंने लाउडस्पीकर लगाकर पाठ नहीं कराया था इसके बाद भी किसी ने इसकी झूठी शिकायत सिटी मजिस्ट्रेट से कर दी। जिसके बाद उनको नोटिस देकर शांति भंग की कार्रवाई की गई। इससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। वहीं, उनकी छवि को धूमिल किया गया। इसके विरोध में संत मत्स्येंद्र ने गांधी चबूतरे पर आमरण अनशन कर मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी, डीजीपी, पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है।
न्याय नहीं मिला न्याय तो संत करेंगे आमरण अनशन
संत ने कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह आमरण अनशन करते हुए गांधी चबूतरे पर बैठे रहेंगे। उधर कोतवाली प्रभारी शिव कुमार राठौर ने बताया कि शिकायत मिली थी उसी आधार पर कार्रवाई की गई है। उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई है। संत से वार्ता कर उन्हें समझाया जा रहा है। वहीं संत के अनशन पर बैठते ही उनके समर्थकों में भारी गुस्सा देखने को मिल रहा है।