सिद्धार्थनाथ के सपनों पर फिरा पानी, संपत्ति विभाग ने अखिलेश का बंगला आवंटन करने से किया इनकार

punjabkesari.in Wednesday, Jun 20, 2018 - 06:38 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव या उनके पिता मुलायम सिंह यादव द्वारा खाली किये गये बंगले आवंटित किये जाने के मामले में उस समय झटका लगता है जब राज्य संपत्ति विभाग ने स्पष्ट रूप से कहा कि वर्तमान परिस्थियों में बंगले किसी को आवंटित नहीं किये जा सकते हैं।   

राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों ने बुद्धवार को कहा कि बहुजन समाज पार्टी(बसपा) अध्यक्ष मायावती और समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष द्वारा खाली किये गये बंगलों को किसी भी राज्य मंत्री को आवंटित नही किया जा सकता है। सरकारी मानकों के अनुसार इन बंगलों को राज्य मंत्रियों को आवंटित नही किया जा सकता है।   विभाग ने कहा है कि खाली बंगलों को किसी अन्य व्यक्ति को आवंटित करने से पहले उच्चतम न्यायालय को इस बारे में सूचित करना पड़ेगा। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद ही पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवंटित बंगलों को खाली कराया गया था।  

सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने 31 मई को मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव को लिखी चिट्ठी में अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव द्वारा खाली किए बंगलों में से किसी एक को उन्हें आवंटित करने का आग्रह किया है। सिद्धार्थनाथ का कहना है कि इस समय वह जिस सरकारी बंगले 19 गौतमपल्ली में रहते हैं, वह काफी छोटा है और वहां कैंप कार्यालय में स्टाफ व आगंतुकों के बैठने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं है। इससे आम जनता को असुविधा भी होती है।  

सिंह ने पत्र में बंगला संख्या-चार या पांच, विक्रमादित्य मार्ग का उल्लेख करते हुए दोनों में से किसी एक को आवंटित करने की मांग की है। चार विक्रमादित्य मार्ग बंगला अखिलेश यादव तथा बंगला संख्या पांच, मुलायम सिंह यादव को आवंटित था।   स्वास्थ्य मंत्री अपने बंगले 19, गौतमपल्ली में वर्षा में छत से पानी टपकने की शिकायतें करते रहे हैं। यह बंगला सपा सरकार में मंत्री रहे अभिषेक मिश्र को आवंटित था। आलीशान महल जैसे अखिलेश के बंगले को सजाने में सरकारी खजाने से 42 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च हुई थी। बंगले को खाली करते समय उसमें हुई तोडफोड़ की जांच लोक निर्माण विभाग की एक कमेटी कर रही है।  

उच्चतम न्यायालय ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को बंगले खाली करने का आदेश दिया था। अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव ने आवास खाली करने के लिये दो साल का समय मांगा था लेकिन दोनों ने तय तारीख पर अपने अपने बंगले खाली कर दिये थे । 

Ruby