आतिशबाजी से प्रदेश में बढ़ा वायु प्रदूषण, औद्योगिक नगरी में दिन में छाया रहा धुंध

punjabkesari.in Friday, Nov 05, 2021 - 07:29 PM (IST)

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में हर्षोल्लास के साथ दीपावली का त्यौहार मनाया गया लेकिन इस दौरान जमकर हुई आतिशबाजी के चलते औद्योगिक नगरी को प्रदूषण ने पूरी तरह से जकड़ लिया है और हालात कुछ इस कदर हो गए हैं कि कानपुर की हवा अब सांस लेने लायक नहीं बची है।  उत्तर प्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के द्वारा रात दस बजे पटाखों के चलते प्रदूषण सीवियर कंडीशन में पहुंच गया और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 391 पहुंच गया है जो इंसान की सांसों के लिए बेहद खतरनाक बताया जा रहा है।

देर रात्रि आतिशबाजी के बाद कानपुर में सुबह से ही मौसम में बदलाव देखने को मिला और पूरे शहर में धुंध सी छाई रही। यह धुंध की चादर प्रदूषण की है और चारों तरफ धुआं ही धुआं दिखाई पड़ रहा है जिसके चलते डॉक्टरों ने बुजुर्गों को घर में रहने की सलाह दी है क्योंकि इस धुंध का असर सांस के मरीजों पर ज्यादा देखने को मिलता है। दीपावली त्यौहार में हुई आतिशबाजी के बाद उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों की हवा भी जहरीली हो गई है और सभी बड़े शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर को पार कर गया। वैसे भी प्रदूषण के मामले में कानपुर और लखनऊ टॉप-5 शहरों में रहते हैं। देर रात के बाद से कानपुर,मुरादाबाद, वाराणसी,आगरा, प्रयागराज,और मेरठ के एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब हो गया है और हालात चिंताजनक बने हुए हैं। कानपुर में एक्यूआई 391,आगरा 280,गोरखपुर 325,नोएडा 441, गाजियाबाद 431,मेरठ 363,वृंदावन 376, लखनऊ 315,मुरादाबाद 305,प्रयागराज 306, वाराणसी 257 रहा।
 

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Ramkesh