विदेशी जोड़े ने भारतीय पद्धति से की शादी, बनारस को बताया- अलग अंदाज़ का शहर

punjabkesari.in Friday, Dec 13, 2019 - 12:54 PM (IST)

वाराणसीः भारतीय सभ्यता और संस्कृति आज से नहीं पुराने समय से ही विदेशियों को अपनी ओर खिंचती चली आ रही है। ऐसे मे बात जब बनारस की हो तो ढेर सारे दृश्य सामने आ जाते हैं कभी भारतीय परिधान में विदेशी तो कभी मंदिरों में शंख, घंटा, डमरू बजाते। उनके ऊपर बनारसी रंग इतना चढ़ जाता है कि विदेशी शादी जैसी अहम फैसला भी ले लेते हैं। जी हां एक विदेशी प्रेमी जोड़े ने भारतीय संस्कृति के अनुसार शादी के बंधन में बंध गए। विदेशी जोड़े को 14 महीने का एक बेटा भी है। जिसका नाम 'दर्शन' रखा है।

बता दें कि वाराणसी के शिवाला इलाके में सूर्योदय हवेली में रेयूनियाँ के लोद्रियाँ और फ्रांस की मारिन ने एक दूसरे को अपना जीवन साथी बनाया। भारतीय संस्कृति के मुताबिक विवाह करने के लिए विदेशी प्रेमी जोड़े ने लंबा इंतजार किया है। आज भारतीय वैवाहिक परंपरा के अनुसार एक दूसरे के बंधन में बंध गए। 3 घंटे के वैवाहिक कार्यक्रम में हरेक रीति रिवाज का पालन किया गया जो एक भारतीय शादी में होती है। मसलन ताक पात, सिंदूर दान, फेरे और कन्यादान आदि जैसे मुख्य नियमों के अनुसार वैवाहिक कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। ये विदेशी प्रेमी जोड़े भारतीय संस्कृति के अनुसार शादी के बंधन में बनंधकर काफी खुश थे।

काशी की सभ्यता संस्कृति से हो गया प्यार
लोद्रियाँ ने बताया कि 5 सालों से वे मारिन के साथ प्रेम संबंध में थे और लगभग 5 बार भारत आ चुके हैं। लेकिन काशी में घूमने आए तो यहां की सभ्यता संस्कृति और यहां के अंदाज से उन्हे प्यार हो गया। तभी से दोनों ने काशी में विवाह करने की योजना बनाई थी। आज दोनों ने काशी में विवाह किया। इस शादी को पंडित डॉ अनिल चतुर्वेदी ने सम्पन्न कराया जिसे ntpi संस्था के प्रबंधक पंकज ने आयोजित किया था।

शादी करवाने वाले पंडित डॉ अनिल चतुर्वेदी ने बताया कि लोद्रियाँ रेयूनियाँ के रहने वाले हैं जहां काफी संख्या में भारतीय रहते हैं। वहां काली पूजा शिव पूजा भी की जाती है। ये सारी खूबियां देखने के बाद जब वो भारत आये तो यहां की संस्कृति ने उनका मन मोह लिया खासकर काशी में आकर वो काफी प्रभावित हुए और फिर यहीं पर शादी करने की ठानी। युगों से पूरी दुनिया मे भारत और भारतीय सभ्यता की पहचान रही है। ऐसे में विदेशी प्रेमी युगलों का भारतीय परंपरा से विवाह करना भारतीयों के लिए गर्व की बात है।

 

Tamanna Bhardwaj