कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री पर संगीन आरोप, समर्थकों ने सड़क पर पुलिस के खिलाफ किया प्रदर्शन

punjabkesari.in Monday, Jul 09, 2018 - 05:30 PM (IST)

झांसीः कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के खिलाफ झांसी के प्रेमनगर थाने में संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इससे भड़के समर्थक सोमवार को सडकों पर उतरें और पुलिस महानिरीक्षक (डीआईजी) से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई।  

जैन के वकील विवेक कुमार वाजपेई समेत कई समर्थकों ने डीआईजी से शिकायत की है कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री के खिलाफ प्रेमनगर थाने में संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया है जो सरासर गलत है। यह सरेआम लोकतंत्र की हत्या करने के समान है। उन्होंने डीआईजी से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने न्याय की मांग की।  

जानिए पूरा मामला 
गौरतलब है कि 5 जुलाई को प्रेमनगर थाना क्षेत्र के राजीव नगर में सुनील साहू की चाय की दुकान पर सट्टा खेले जाने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने दबिश देने की बात कही थी। इस दौरान पुलिस ने सुनील साहू और उसके बेटे के साथ मारपीट की और लगभग 60 हजार की रकम भी लूट ली। इसी दौरान सुनील साहू की मौत हो गई। सुनील के परिजनों ने इसके बाद शव को थाने के सामने रखकर जबरदस्त प्रदर्शन किया और पुलिस पर मारपीट, लूट और हत्या का आरोप लगाया।   

झूठे मुकदमें दर्ज करने के लिए योगी सरकार जिम्मेवार 
मामले की गंभीरता को देखते हुए राजनीतिक रसूख वाले लोग भी थाने पहुंचे। इसी क्रम में कांग्रेस के पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य भी पहुंचे। जैन ने बताया कि उस समय थाने में वह अकेले ही राजनीतिक व्यक्ति नहीं थे बल्कि उनके साथ भारतीय जनता पार्टी नेता एवं पूर्व शिक्षामंत्री रवींद्र शुक्ला, महानगर अध्यक्ष प्रदीप सरावगी आदि भी मौजूद थे। जैन ने बताया कि पूरे मामले पर पुलिस के साथ बातचीत हुई और इस दौरान किसी तरह का हंगामा या सरकारी काम में बाधा डालने जैसी कोई बात नहीं हुई। मामले में बढते विरोध को देखते हुए पुलिस ने सुनील साहू के घर दबिश देने पहुंचे पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।  

प्रदीप जैन पर इन धाराओं में हुए मुकदमें दर्ज
इस घटनाक्रम के लगभग 50 घंटे बाद प्रेमनगर थाना प्रभारी ने प्रदीप जैन आदित्य समेत 250 लोगों के खिलाफ धारा 147,149,157,152,186,189,332,341,353,395 व 3 यूपी लोक संपति निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया। थानेदार का आरोप है कि मंत्री ने थाने का घेराव करते हुए तोडफ़ोड़ करते हुए सरकारी कार्य में बाधा डाली। इतना हीं नहीं उन्होंने एक महिला सिपाही के साथ मारपीट करते हुए वर्दी फाडते हुए सोने पैंडल लूट लिया था।   

जैन ने आरोपों को सिरे से किया खारिज
हालांकि जैन ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उस दौरान ऐसा कुछ भी नहीं होने की बात कही। उन्होंने कहा कि यह योगी की एनकांउटर सरकार है। किसी के चरित्र, उसकी सामाजिक साख और रूसूख किसी का भी एनकांउटर कभी भी किया जा सकता है। कुछ घंटों के बाद ही मुझे डकैत,सरकारी काम में बाधा डालने वाला और न जाने क्या क्या बना दिया। उन्होंने पुलिस ने सवाल करते हुए पूछा अगर आप कह रहे हैं कि यह सब कुछ मेरे इशारे पर हुआ  मेरे उकसाने पर हुआ तो तुरंत ही मुकदमा क्यों नहीं लिखा गया। घटना के 50 घंटे बाद पुलिस को समझ में आया कि मैंने कितनी कितनी धाराओं का उल्लंघन किया है।

 जैन ने कहा आरोप सही साबित होने पर फांसी पर चढ़ा देना
जैन ने पुलिस प्रशासन को चुनौती देते हुए कहा कि जिस तरह की संगीन धाराएं मेरे खिलाफ लगाई गई हैं अगर उनमें से एक भी सही साबित हो गई तो मुझे फांसी पर चढा देना।  

Ruby