पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने लांघी शब्दों की मर्यादा, योगी सरकार की तुलना खून पीने वाले दरिंदे से की

punjabkesari.in Sunday, Sep 05, 2021 - 05:39 PM (IST)

रामपुर: उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी शनिवार देर रात सपा सांसद आजम खान के आवास पर पहुंचे थे। जहां उन्होंने उनकी पत्नी एवं नगर विधायक ताज़ीन फातमा से मुलाक़ात की और दुख दर्द बाटा। कुरैशी ने कहा मैं अपनी भाभी और भतीजे से मिलने आया हूं, उनको हिम्मत देने आया हूं। इतना ही नहीं उन्होंने आजम खान की रिहाई की भी मांग की। इस दौरान वह शब्दों की मर्यादा को भूल गए और योगी सरकार की तुलना शैतान, खून पीने वाले दरिंदे से कर दी।


50% मुस्लिम डॉक्टर हों... इन्हें बर्दाश्त नहीं
पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने कहा जौहर यूनिवर्सिटी को विधानसभा से पास करने के 10 साल के बाद भी इस बिल को मंजूरी नहीं दी गई। भाजपा सरकार उसको पेंडिंग रखने की बड़ी वजह है। मुलायम सिंह ने बतौर चीफ मिनिस्टर बिल पास कर दिया था कि जौहर यूनिवर्सिटी के लिए 50% सीट मुसलमानों के लिए रिजर्व रहेगी। यह बात एक तबके को कुबूल नहीं थी। अज़ीज़ कुरैशी ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जाहिल कौम मिट्टी उठाने वाली, मजदूरी करने वाली और जूते पॉलिश करने वाली कौम कैसे पढ़ लिख सकती है। इस यूनिवर्सिटी में अगर डॉक्टर होंगे तो 50% मुस्लिम डॉक्टर होंगे यह इन्हें बर्दाश्त नहीं था। इसलिए इन्होंने इस बिल को मंजूर नहीं किया।

अज़ीज़ कुरैशी ने कहा- ...जानता था कि ये करने से मेरी गवर्नरी खत्म हो जाएगी
उन्होंने कही कि न मैने इंसाफ किया... कारनामा , ना कोई मैंने तीर मारा है। आजम खान ने इस यूनिवर्सिटी को खून पसीने से सींचा था। उसको वजूद को लाने के लिए मैंने सिर्फ दस्तखत किए। कारनामा तो आजम भाई का है और मुलायम सिंह यादव का है। हर आदमी उस काम को कर सकता था जो जानता था कि ये करने से मेरी गवर्नरी खत्म हो जाएगी तो आदमी अपनी गवर्नरी को देख ले या अपनी कौम को देख ले। कुरैशी ने कहा मैंने अपने फर्ज की अदायगी की है, मैंने कोई तीर नहीं मारा है। मैं भगवान, खुदा को गवाह बनाकर कहता हूं कि मैंने कोई ऐसा कारनामा नहीं किया है जिसमें मुझे गुरुर हो। एक इंसाफ था जिसको मना किया जा रहा था जिनको जस्टिस डिव था उनको डिव दिया मैंने। सारा क्रेडिट आजम भाई का है जिसमें उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी खर्च कर दी।

भाभी और भतीजों से मिलने आया था’
पूर्व राज्यपाल अज़ीज़ कुरेशी ने कहा मैं  भाभी और भतीजों के पास आया था। डेढ़ साल से घर से बाहर नहीं निकला कोरोना की वजह से घर में ही कैद था। बहुत टाइम बाद घर से बाहर आया हूं, यहां आया हूं यूं जो जुल्म टॉर्चर ज़्यादती ट्रीटमेंट जो इस गवर्नमेंट ने किया है आजम भाई के तो उसके लिए मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं है। मेरे बयान आते रहते हैं तो इसलिए मैं भाभी की और बच्चों की खैरियत के लिए आया था। और कहने आया था की हिम्मत रखिए लोग और अल्लाह आपके साथ हैं। इंशाल्लाह जीत आपकी ही होगी, इस गवर्नमेंट को शर्म आनी चाहिए और चुल्लू भर पानी में डूबकर मर जाना चाहिए। उन्होंने कही कि भाभी के यहां तो मै अपनी रेस्पेक्ट और आदाब से उनको हिम्मत देने के लिए आया था और अल्लाह मियां दुवा किया कि ताजीन फातमा जैसी ख्वातीन को हिंदुस्तान में और पैदा करें, ताकि मुकाबला कर सके, जिंदा रह सके और लोगों को भी जिंदा रख सके। वहीं सरकार जब आजम खान के पीछे लगी हो, कोर्ट को मजबूर कर दिया जाए, एक के बाद एक मुकदमा कायम किए जाए, तो यह लड़ाई शैतान और इंसान की हो जाती है। वहीं एक तरफ खून पीने वाले राक्षस, शैतान और दरिंदे है तो दूसरी तरफ इंसान है।

पूर्व राज्यपाल ने कौम को बताया बेगैरत 
वहीं पूर्व राज्यपाल ने कहा बेगैरती हमारे कौम के साथ-साथ रामपुर वालों की भी है, जिसकी वजह से आज़म भाई के साथ इतना जुल्म ज़्यादती हुई। इसके पहले भी सरकार आती-जाती थी लेकिन जो भाजपा में हो रहा है वो किसी सरकार में नहीं होता था। उन्होंने कहा कि यह हमारे मुस्लमान भाईयों की कमी है। खास तौर पर जो रामपुर में रहते हैं। उनको तो यहां पूरे रामपुर को बंद कर देना चाहिए था। शहर को  रोक देना चाहिए था। रेलवे बंद करना, सड़कों को रोकना, यह सब करना चाहिए था। पूरी यूथ को आगे आना चाहिए था।

 

 

Content Writer

Umakant yadav