लोकसभा चुनाव 2019: वाराणसी में ‘चौकीदार मोदी’ से मुकाबला करेगा BSF का पूर्व चौकीदार

punjabkesari.in Monday, Apr 08, 2019 - 08:39 AM (IST)

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान करते हुए बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव ने कहा कि देश के असली चौकीदार की भूमिका में ‘भ्रष्टाचार’ एवं ‘झूठ’ के खिलाफ अपनी को लड़ाई आगे बढ़ाते हुए वाराणसी संसदीय क्षेत्र में ‘नकली चौकीदार’ को आईना दिखाने आए हैं। बीएसएफ की वर्दी पहने यादव ने पराड़कर भवन में मीडिया से मुखातिब होकर अपनी चुनावी रणनीति का खुलासा करते हुए कहा कि वह हजारों पूर्व सैनिकों की मौजूदगी में 27 अप्रैल को वाराणसी संसदीय क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।

वाराणसी से चुनाव लड़ने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि करीब 2 साल पहले बीएसएफ रहते हुए वहां में भ्रष्टाचार का मामला उजागर करते हुए उन्हें भरोसा था कि प्रधानमंत्री मोदी ईमानदार हैं। लेकिन ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’ का बार-बार दावा करने वाले मोदी ईमानदारी से साथ देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यादव ने कहा कि देश की सीमाओं पर चौकीदारी करने वाले बीएसएफ के जवानों के ‘खान-पान’ समेत अन्य चीजों में भ्रष्टारचार का मामला उठाने में देशवासियों ने उनका साथ दिया लेकिन दुनिया भर में ईमानदारी का ढोल पीटने वाले मोदी मौन रहे। इससे उन्हें लगा कि वह भ्रष्टाचारियों के साथ खड़े हैं। भ्रष्टाचारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले प्रधानमंत्री ने तो सच्चाई की आवाज उठाने में साथ देने की बात तो दूर, झूठे आरोप लगाकर बरखास्त किए जाने पर भी चुप्पी नहीं तोड़ी।

उन्होंने कहा कि उनकी तरह भ्रष्टाचार के सताए सैकड़ों सैनिक एवं आम आदमी पार्टी समेत, सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी समेत कई प्रमुख दलों के लोग उनके लिए प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी समेत अन्य प्रमुख दलों के नेताओं से भी समर्थन के मुद्दे पर बातचीत चल रही है और उन्हें उम्मीद है कि सबका साथ मिलेगा। उन्होंने कहा कि कई पूर्व सैनिक संगठनों के पदाधिकारियों ने समर्थन का वचन दिया है। चुनावी मुकाबले में ‘बराबरी की लड़ाई’ होने का दावा करते हुए यादव ने कहा कि वह जीते या हारे, भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि 21 साल की उम्र ही से वह देश की सीमाओं की चौकीदारी करते आ रहे हैं। उन्हें अपना काम अच्छी तरह मालूम है और यह विश्वास है वाराणसी की जनता भ्रष्टाचार का विरोध करते हुए कि नकली चौकीदार बने मोदी को आईना दिखाने में साथ देगी।

उन्होंने कहा कि वह किसान के बेटे हैं तथा उनके पास मोदी या अन्य उम्मीदवारों की तरह चुनाव प्रचार में पानी की तरह बहाने के लिए पैसे नहीं है, लेकिन उनके साथ हजारों असली चौकीदारों (पूर्व सैनिकों) का समर्थन हैं जो ईमानदारी से देश की चौकरीदारी करने में अपनी जान की भी परवाह नहीं करते। यहीं सैनिकों के साथ वह घर-घर जाकर प्रचार करेंगे और वोट मांगेंगे। उल्लेखनीय है कि उभरते युवा दलित नेता भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद रावण ने भी मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा की है।

Anil Kapoor