हाथरस में अगड़ी जाति ने की महापंचायत, आयोजक का दावा- 2 आरोपियों को पुलिस ने घर से पकड़ा

punjabkesari.in Sunday, Oct 04, 2020 - 04:10 PM (IST)

हाथरस: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस (Hathras) में एक दलित युवती से सामूहिक बलात्कार (Gangrape) व उसकी मौत के मामले को लेकर भाजपा के एक पूर्व विधायक के आवास पर आयोजित होने वाली महापंचायत से पहले इसके एक आयोजक ने रविवार को दावा किया कि गिरफ्तार किए गए दो लोग अपने घर से पकड़े गये थे।


सरकार द्वारा शुरू कराई गई जांच पर हमें भरोसा: आयोजक
बता दें कि भाजपा के पूर्व विधायक राजवीर सिंह पहलवान के आवास पर रविवार को महापंचायत का आयोजन किया गया। इसके मद्देनजर वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। यह महापंचायत कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के यहां आकर पीड़िता के परिवार से मुलाकात करने के एक दिन बाद बुलाई गई है। महापंचायत के आयोजक मनवीर सिंह ने रविवार को यहां संवाददाताओं से कहा, "घटना के मामले में गिरफ्तार किए गए दो लोग दरअसल अपने घर से पकड़े गये। अगर वे दोषी होते तो कहीं छुप गए होते। वे अपने घर पर नहीं मिलते। इस मामले में आरोपियों को जानबूझकर फंसाया गया है। उनके लिए इंसाफ मांगना हमारा संवैधानिक अधिकार है।" उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा "सरकार द्वारा शुरू कराई गई जांच पर हमें भरोसा है...।" सिंह ने कहा कि हमारी मांग है कि इस घटना के सिलसिले में शुरू में मामला दर्ज कराने वालों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाए।

राज्य सरकार ने की सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश
गौरतलब है कि हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में गत 14 सितंबर को 19 वर्षीय एक दलित युवती से कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया गया था। चोटों के चलते गत मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई थी, जिसके बाद रातोंरात उसके शव का दाह-संस्कार कर दिया गया। परिवार का आरोप है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन ने उनकी सहमति के बगैर बुधवार तड़के पीड़िता के शव का जबरन दाह-संस्कार कर दिया। दलित युवती से कथित सामूहिक बलात्कार व उसकी मौत के मामले में गांव के ही रहने वाले अगड़ी जाति के चार युवकों को गिरफ्तार किया गया है। राज्य सरकार ने मामले की एसआईटी से जांच कराई है। वहीं राज्य सरकार ने शनिवार शाम घटना की सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की।

Umakant yadav