UP Police Constable News: मिल गया पेपर लीक होने का ठोस सबूत, नाराज अभ्यर्थियों ने खोल दी पोल!
punjabkesari.in Thursday, Feb 22, 2024 - 07:24 PM (IST)
UP Police Constable News: यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने का मामला सामने आने के बाद जगह-जगह बच्चों के द्वारा पेपर निरस्त कराने की मांग की जा रही है, उधर बोर्ड की तरफ से सबूत मांगा गया तो वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट के आधार पर अभ्यर्थी कह रहे हैं कि यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ है।
आपको बता दें के कि बीते 17 और 18 फरवरी को आयोजित की गई थी जिसमें 48 लाख से ज्यादा उम्मीदवार उपस्थित हुए थे. कड़ी सुरक्षा और सख्त पहरे के बीच आयोजित हुई परीक्षा के बाद सोशल मीडिया पेपर लीक की खबर सामने आई। सोशल मीडिया पर पेपर के कुछ स्क्रीनशॉट्स और फोटोज शेयर करते हुए यूजर्स ने दावा किया था कि 17 फरवरी को दूसरी शिफ्ट में आयोजित हुई यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया है।' पेपर के दौरान लखनऊ में पकड़े गए एक अभ्यर्थी से बरामद नकल की पर्ची के आधार पर उत्तर प्रदेश पुलिस के इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी ने FIR दर्ज करवाई है। खास बात यह है कि दर्ज कराई गई तहरीर में लिखा गया कि सुनियोजित ढंग से पेपर लीक किया गया जो अपराध की श्रेणी में आता है।
नकल के दौरान हाथ लगी 'पेपर लीक' की पर्ची
वहीं, 18 फरवरी को दूसरी शिफ्ट के दौरान होने वाले पेपर में अलीपुर के एक सेंटर पर परीक्षा हो रहा था। इसी दौरान अभ्यर्थी सत्य अमन कुमार के पास से हाथ से लिखी हुई नकल की पर्ची बरामद हुई थी। इंस्पेक्टर ने अपनी तहरीर में अभ्यर्थी अमन कुमार से मिली हर एक पर्ची का जिक्र किया है। हाथ से लिखी पर्ची और उन पर लिखे सवालों के जवाब को तहरीर में बताया गया। इतना ही नहीं दर्ज कराई गई FIRकी तहरीर में यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर ने लिखा कि हस्तलिखित प्रश्न पत्र जो परीक्षार्थी के मोबाइल पर आया है, का मिलान ओरिजनल परीक्षार्थी की क्वेश्चन से मिलन किया गया तो प्रश्न संख्या अलग-अलग है लेकिन प्रश्न सभी मैच कर रहे हैं। इस प्रकार सुनियोजित तरीके से प्रश्न लीक किया गया जो अपराध की श्रेणी में आता है।
अभ्यर्थी कबूला सच्चाई
पकड़े गए अभ्यर्थी सत्य अमन कुमार ने पुलिस को पूछताछ में कुबूला था कि उसके दोस्त नीरज ने व्हॉट्सएप पर उसे पेपर परीक्षा से पहले ही भेज दिया था जिसकी पर्ची उसने तैयार की थी। पुलिस ने पूछताछ के बाद अभ्यर्थी को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया है। इस पूरे मामले पर एडीसीपी साउथ शशांक सिंह का कहना है कि एफआईआर प्रथम सूचना रिपोर्ट होती है। जो आरोप लगाए जाते हैं इसकी पुष्टि विवेचना के बाद होगी. एफआईआर भले ही एक इंस्पेक्टर के द्वारा लिखाई गई हो लेकिन विवेचना के बाद ही आरोप की पुष्टि होगी।
अभ्यर्थियों का कहना है कि दो दिन की चार पाली में हुई इस भर्ती परीक्षा में 17 और 18 फरवरी की दूसरी शिफ्ट का पेपर लीक हुआ है। 18 फरवरी की शाम 3 से 5 की पाली में हुए प्रश्न पत्र तमाम अभ्यर्थियों के पास और कोचिंग टीचर्स के पास पहले ही पहुंच गए थे। जिसे लेकर शिक्षकों ने सोशल मीडिया पर उसी समय पोस्ट भी लिखी कि पेपर लीक होने की बाते सामने आ रही है।