मऊ में सुपारी लेकर हत्या करने वाले गिरोह के चार सदस्य मुठभेड़ में गिरफ्तार

punjabkesari.in Thursday, Jul 30, 2020 - 07:13 PM (IST)

लखनऊ:उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मऊ के बधुबन से सुपारी लेकर हत्या करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गुरुवार को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ प्रवक्ता ने गुरुवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि मऊ जिले के धुस दुबारी निवासी मुनीब चौहान व उसके लड़के ने अपने गांव के किसी व्यक्ति की भाड़े पर हत्या कराने के लिए बाहर से शूटरों को बुलवाया है और मुनीब का दूसरा बेटा प्राथमिक विद्यालय लोकया के पास खड़ा होकर बदमाशों के आने का इन्तजार कर रहे है। 

इस सूचना पर एसटीएफ की टीम स्थानीय पुलिस को साथ लेकर मुखबिर के बताये गये स्थान पर पहुंचकर गाड़ी बन्दी कर ली। कुछ देर बाद सुग्गी चौरी की तरफ से बन्धे पर नई बस्ती दुबारी की ओर दो मोटर साईिकलों पर सवार कुछ लोग आते हुए दिखाई दिये। उन्होंनेे बताया कि इस पर एसटीएफ टीम ने मोटर साईिकल पर सवार लोगों को रोकने का प्रयास किया । उसी समय उन लोगों ने पुलिस पर जान से मारने की नियत से फायर किया गया लेकिन पुलिस ने अपना बचाव करते हुए फायर करते हुए तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसी बीच अंधेरे का लाभ उठाकर एक मोटर साइकिल पर सवार दो बदमाश भागने मे सफल रहे। 

उन्होंने बताया कि मुनीब का दुसरा बेटा सिंहासन चौहान जो कि प्राथमिक विद्यालय लोकया के पास खड़ा बदमाशों का इन्तजार कर रहा था, उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह सरगना अयोध्या के गोसाईगंज निवासी अवध नारायण सिंह,बाराबंकी निवासी रविशंकर चौहान, आजमगढ़ निवासी दयानन्द सिंह और मऊ के दुबारी निवासी सिंहासन चौहान को गिरफ्तार कर लिया। प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों के कब्जे से एक पिस्टल, एक तमंचा,कारतूस, छह हजार से अधिक की नकदी और मोबाइल फोन बरामद किए। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ पर बताया कि रविशंकर चौहान के मामा मुनीब का गांव के ही विपक्षी राजबब्बर चौहान से जमीन का विवाद है। राजबब्बर चैहान की हत्या करने के लिए रविशंकर चौहान के माध्यम से दो लाख की सुपारी देकर बदमाशों को बुलाया था। जिसकी एवज में 75 हजार रुपये एडवान्स दिये गये थे ,जिसमें से अवध नारायण सिंह ने 25 हजार में एक पिस्टल खरीदा था तथा शेष 50 हजार रूपये 05 शूटरों ने आपस में बांट लिए थे। बाकी पैसा काम होने के बाद मिलना था। 

गौरतलब है कि यह सभी बदमाश पहले भी 25.06.2020 को राजबब्बर की हत्या करने के लिए स्कार्पियो से दुबारी आये थे ,लेकिन उस दिन बारिश होने के कारण राजबब्बर अपने घर से नहीं निकला तो सभी लोग वापस चले गये थे। इसी घटना को अंजाम देने के लिए आज पुन आये थे। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अवध नारायण सिंह गोसाईगंज,अयोध्या का हिस्ट्रीशीटर और अयोध्या का टॉप टेन अपराधी है। इसके खिलाफ 18 से अधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा दयानन्द सिंह अगस्त 2016 में रौनाही अयोध्या टोल प्लाजा के गार्ड को गोली मारकर 46 लाख लूटने की घटना में शामिल था जबकि रविशंकर चौहान ने वर्ष 2018 में बलवन्त सिंह निवासी बल्दीराय सुल्तानपुर की हत्या करने के लिए डेढ़ लाख रूपये की सुपारी ली थी, जिसके बाद उसने बलवन्त सिंह पर बमों से जान लेवा हमला किया था। इनके अलावा चौथे अभियुक्त दयानन्द सिंह 17 मुकदमें दर्ज हैं। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। 
 

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Ramkesh