मंत्रोचार के साथ कराया गया मेढक और मेढकी की शादी, जानिए क्यों?

punjabkesari.in Tuesday, Jul 19, 2022 - 07:27 PM (IST)

गोरखपुरः जिले सहित आसपास के क्षेत्रों में बारिश ना होने के कारण यहां के आम जनता और लोग बहुत ही परेशान हैं। अन्नदाता किसान की हालत तो और भी बुरी है जिसकी फसल बिन पानी बर्बाद होती जा रही है। आज गोरखपुर के कालीबाड़ी मंदिर में इंद्र देवता को प्रसन्न करने के लिए कुछ दिन पहले जहां हवन पूजन कराया गया था वहीं आज एक नया टोटका अपनाया गया, जिसके तहत मेंढक और मेढकी की  शादी संपन्न कराई गई।

ऐसा माना जाता है कि भारतवर्ष के कई क्षेत्रों में इनके विवाह के पश्चात बरसात होती है। इसी टोटके को अपनाने के लिए आज कालीबाड़ी के मंदिर में विधिवत मंत्रोचार के साथ विवाह संपन्न कराया गया। इस दौरान विश्व हिंदू महासभा के जिला अध्यक्ष राधा कांत वर्मा और उनकी पत्नी एवं आम नागरिक इस विवाह में सम्मिलित हुए। विवाह में वैवाहिक कर्मकांड के बाद मंगल गीत भी गाए गए।

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इंद्रदेव को खुश करने के लिए अपनाया जा रहा टोटका- राधा कांत वर्मा
मेंढक और मेढकी की  शादी किसलिए कराई गई के सवाल पर राधा कांत वर्मा ने कहा कि 15 जून को बारिश शुरू हो जाती है लेकिन अभी तक नहीं हुई। पूर्वी उत्तर प्रदेश में और भी स्थित खराब है। सूखा पड़ा हुआ है। ट्यूबवेल से पानी निकालकर किसान परेशान हो चुका है।हम लोगों ने अगले सप्ताह ही भगवान इंद्रदेव की पूजा किए थे। हवन से साथ हनुमान चालीसा और रामचरित्रमानस का पाठ किए थे। ये टोटका है जो हमलोग आज कर रहे हैं। आज पूरे उत्तर प्रदेश में हवन यज्ञ करके वरुण देव को प्रसन्न कर रहे हैं। तमिलनाडु और केरल के अंदर मेंढक और मेढकी की  शादी करके इंद्रदेव को प्रसन्न किया जाता है। एसा हमलोग भी कर रहे हैं जिससे बारिश हो।


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Content Writer

Ajay kumar

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