हमेशा प्रासंगिक रहेंगे गांधी: सिन्हा

punjabkesari.in Thursday, Oct 03, 2019 - 01:50 PM (IST)

गाजीपुरः पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा ने गुरूवार को कहा कि अहिंसा को हथियार बना कर देश को दासता के चंगुल से मुक्त कराने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शो को आत्मसात कर राष्ट्र और समाज का कल्याण किया जा सकता है। सिन्हा ने गांधी संदेश यात्रा के दूसरे दिन बहरियाबाद में आयोजित एक जनसभा में कहा ‘‘ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जीवनी से हम सबको सीख लेने की आवश्यकता है। महात्मा गांधी ने विश्व को अहिसा का संदेश दिया। बापू ने अपने जीवन काल में कदम कदम पर संदेश देने का काम किया है। जिसमें से व्यक्ति अगर उनके कहे एक-एक बातों को ही अपने जीवन में आत्मसात कर ले तो राष्ट्र समाज का कल्याण होने से कोई रोक नहीं सकता।

महात्मा गांधी जी की 150 वीं जयंती पर जखनियां तहसील से शुरू हुई यह यात्रा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 150 किमी की पदयात्रा के बाद जंगीपुर में समाप्त होगी। महात्मा गांधी,लालबहादुर शास्त्री,पं दीनदयाल उपाध्याय एवं डा श्यामाप्रसाद मुखर्जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद सिन्हा ने कहा कि बापू मे ऐसी क्या विशेषता है जो आज पूरी दुनिया उनके विचारों को मानने पर मजबूर है। देश दुनिया के लोगों की सारी समस्याओं का समाधान गांधी जी के विचारों और सिद्धांतों मे निहित है।

उन्होंने कहा कि विश्व मे सबसे ज्यादा डाक टिकट, सभागार, सडकों सहित आदि अन्य संस्थानों का नाम गांधी जी के नाम से रखें गए हैं। रविन्द्रनाथ टैगोर ने उन्हें बापू तथा नेता जी सुभाषचन्द्र बोष ने उन्हें राष्ट्पिता कहा। गांधी जी आज भी प्रासंगिक है कल भी थे और आने वाली सदियों सदियों तक प्रासंगिक रहेंगे। गांधी जी कोई अलौकिक रुप मे नहीं पैदा हुए थे बल्कि उनके द्वारा अपने कठिन तपस्या व संघर्ष से पैदा हैं।

भाजपा नेता ने कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि गांधी जी को पढने की जरूरत है और उनके द्वारा समाज सुधार, स्वच्छता, सिंगल प्रयोग प्लास्टिक का उन्मुलन जल संचय,जल संवर्धन के प्रति लोगों को जागरूक करना है तथा लोगों के जीवन को आदर्शवादी बनाने के महात्मा गांधी के अन्य तमाम सुझावों मे से किसी एक को अवश्य अपनाने का संकल्प लेने को कहा जिससे देश स्वच्छ, स्वस्थ, सुन्दर बन सके।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग गांधी जी को बपौती मानते थे लेकिन उन लोगों ने कभी उनको अपनाने की कोशिश नहीं की, गांधी जी के नाम का सिफर् राजनीतिक फायदे के लिए प्रयोग किया है,गाधी जी के ग्राम स्वराज्य के सपने को भारतीय जनता पार्टी तथा उसके नेता नरेन्द्र मोदी साकार कर रहे है। महात्मा गांधी तथा पं दीनदयाल के सपनो मे कोई अंतर नहीं है।

 

Tamanna Bhardwaj