प्रयागराज में गंगा-यमुना उफान पर, बाढ़ का मंड़राया संकट

punjabkesari.in Saturday, Aug 22, 2020 - 05:07 PM (IST)

प्रयागराज: तीर्थराज प्रयाग में पतित पावनी गंगा और श्यामल यमुना के जलस्तर में पिछले 24 घंटे के दौरान 29 और 31 सेंटीमीटर वृद्धी होने से उफान का क्रम जारी है।

कानपुर बैराज से दो दिन पहले छोड़ा गया 2 लाख क्यूसेक पानी के यहां पहुंचने से दोनों नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। सरस्वती घाट और बलुआघाट स्थित बारादरी की सीढ़ियां पानी में डूब गई हैं। तेजी से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बाढ़ राहत दल की सभी इकाइयां सक्रिया हो गई हैं। यमुना किनारे 5 स्थानों पर झुग्गी झोपडियों में रहने वालों को हटाया गया। एनडीआरएफ टीम ने तटीय क्षेत्रों सलोरी, छोटा बघाड़ा, राजापुरा, बेली, कछार का दौरा कर यहां रहने वाले लोगों से बातचीत कर सतर्क रहने को कहा है। पीएसी के जवानों ने बलुआघट, बोलट क्लब, बालू मंडी, करैलाबा में झुग्गी झोपड़ी डालकर रहने वाले लोगों को हटा दिया है।   

बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा प्राप्त आंकडों के अनुसार फाफामऊ में गंगा शनिवार 12 बजे तक 79.10 मीटर, छतनाग 76.68 मीटर और नैनी में यमुना का जलस्तर 77.25 मीटर दर्ज किया गया है। दोनों नदियों का जलस्तर शुक्रवार की तुलना में फाफामऊ में 15 सेंटीमीटर, छतनाग में 29 सेंटीमीटर और यमुना में 31 सेंटीमीटर अधिक दर्ज किया गया है। 

पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से अब धीरे-धीरे बाढ़ का खतरा दिखाई देने लगा है। खतरे का निशान 84.73 है लेकिन दोनों अभी बहुत नीचे बह रही हैं।        

Umakant yadav