प्रयागराज में तेजी से बढ़ रहा गंगा-यमुना का जलस्तर

punjabkesari.in Saturday, Aug 17, 2019 - 01:40 PM (IST)

प्रयागराजः उत्तर प्रदेश पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश और बैराजों से छोड़े जा रहे पानी से प्रयागराज में गंगा-यमुना नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है। यमुना की सहायक नदियां केन, बेतवा और उसकी सहायक नदी थसान में बांधों से बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने से यमुना नदी का जलस्तर शनिवार सुबह 8 बजे तक प्रयागराज के नैनी में 78.40 मीटर तक पहुंच गया है। फाफामऊ में गंगा नदी 78.81 मीटर और छतनाग में 77.70 मीटर पर बह रही है। खतरे का निशान 84.734 मीटर पर दर्ज है।

सिंचाई विभाग बाढ़ खंड के अधिशाषी अभियंता बृजेश कुमार ने बताया कि पिछले 3 दिनों से कानपुर बैराज से 1 लाख क्यूसेक से अधिक जल डिस्चार्ज किए जाने के कारण गंगा के पानी में बढ़ोत्तरी हो रही है। यमुना की सहायक नदियां केन, बेतवा और उसकी सहायक नदी थसान में बांधों से बड़ी मात्रा में जल छोड़े जाने से यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने लगा है। प्रयाग में गंगा-यमुना का जलस्तर खतरे के निशान बिंदु की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। खतरे का निशान 84.734 मीटर पर दर्ज है। फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 78.81, छतनाग में 77.70 मीटर दर्ज किया गया है, जबकि नैनी में यमुना का जलस्तर 78.80 मीटर तक पहुंच गया है।

गौरतलब है कि शुक्रवार को बेतवा नदी में माताटीला बांध से 4.30 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। वहीं बेतवा की सहायक नदी थसान में लाचूरा बांध से 84400 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे हमीरपुर में बेतवा नदी का जलस्तर 41 सेंटीमीटर प्रतिघंटा की गति से बढ़ रहा है। इसी जिले में यमुना का जलस्तर 25 सेंटीमीटर प्रति घंटे की गति से बढ़ रहा है। शाम 4 बजे हमीरपुर में बेतवा का जलस्तर 94.40 मीटर और यमुना का जलस्तर 96.60 मीटर हो गया था। वहीं केन नदी में मध्य प्रदेश के बरियारपुर बांध से 2.18 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर जिला प्रशासन एवं एनडीआरएफ ने अपनी तैयारिया शुरू कर दी है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की एक टीम लेखपाल ट्रेनिंग स्कूल करेली में कैंप कर रही है। NDRF की टीम ने एसडीएम सदर गौरव रंजन श्रीवास्तव और तहसीलदार सदर अरविंद कुमार मिश्र के साथ प्रयागराज शहर के बाढ़ संभावित क्षेत्रों का दौरा किया। टीम ने मऊ कछार, द्रोपदी घाट, बक्शीबाध, छोटा बघाड़ा, बलुआघाट, चाचर नाला और गौस नगर का दौरा किया। इसके अलावा बाढ़ चौकियों का निरीक्षण भी किया।

Deepika Rajput