गाजियाबाद: मां नहीं दिला सकी नई बुलेट और फोन, बेटे ने फांसी लगाकर दे दी जान

punjabkesari.in Tuesday, Oct 11, 2022 - 05:52 PM (IST)

गाजियाबाद: जिले के शिप्रा सनसिटी फेज वन से मंगलवार को एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां 18 साल के लड़के ने सिर्फ इसलिए फांसी लगाकर जान दे दी। क्योंकि मां ने उसका जिद्द पूरा नहीं किया। वो अपनी मां से लगातार नए फोन और बुलेट बाइक की डिमांड कर रहा था।  

दो बेटे के साथ अलग रहती है मां, पति के साथ हो चुका है तलाक
गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना प्रभारी  देवपाल सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि सुषमा नाम की महिला जिसका अपने पति से तलाक हो चुका है। वो अपने 2 बेटों पीयूष और पारस के साथ शिप्रा सनसिटी फेज वन में रहती है। उसका बड़ा बेटा पीयूष नोएडा सेक्टर 60  में एक निजी कंपनी में काम करता है। वहीं छोटा बेटा पीयूष जो की एक पैर से पैरालाइज होने की वजह से 11वीं के बाद पढ़ाई छोड़ कर घर पर ही रहता था। वो अक्सर अपनी मां से नए फोन और बुलेट बाइक की डिमांड करता था। सुषमा हर बार अपने बेटे के इस डिमांड को मानने से मना कर देती थी।

पिछली बार साईकल ना दिलाने पर खी ली थी नींद की गोलियां
पुलिस ने बताया कि सृत पारस ने पिछले साल घर वालों से साइकिल की डिमांड की तो घर वालों ने उसे साइकिल दिलाने से मना कर दिया। घर वालों के मना करने के बाद पारस ने नींद की गोलियां खा ली थी। उस वक्त तो चिकित्सीय सुविधा मिल जाने से बच गया था। लेकिन इस
जिद्द पूरा न करने पर उसने फांसी लगाकर जान दे दी।

दरवाजा न खोलने पर हुआ शक
सोमवार रात 8 बजे पारस अपने कमरे में था। मां के बार-बार बुलाने पर भी वो नहीं आया तो इस पर मां उसे बुलाने के लिए उसके कमरे में गई तो कमरा अंदर से बंद मिला।  शक होने पर सुषमा ने जब खिड़की से झांक कर देखा तो वो अवाक रह गई। पारस ने खुद को कमरे में अंदर से बंद करके फांसी लगा लिया था। सूचना पर इंदिरापुरम थाने से पुलिस पहुंची। दरवाजा तोड़कर पारस को नीचे उतारा। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। पारस तीन भाइयों में सबसे छोटा था। बड़े भाई ने छह साल पहले आत्महत्या कर लिया था। उसके बाद दो भाई रह गए। अब पारस ने भी जान दे दी। पति से विवाद और दो बेटों को खोने के बाद मां सुषमा बुरी तरह टूट गई हैं।
 

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Imran