गाजीपुर: राजकीय मेडिकल कॉलेज को मिला पहला पार्थिव शरीर, समाजसेवी ब्रजभूषण दूबे ने पिता का शरीर किया दान
punjabkesari.in Sunday, Nov 06, 2022 - 06:20 PM (IST)

गाजीपुर(आरिफ वारसी) : महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज गाजीपुर में आज समाजसेवी ब्रजभूषण दूबे अपने पिता मार्कंडेय दुबे के पार्थिव शरीर को दान किया। इस शरीर के माध्यम से कॉलेज के छात्र छात्राओं को पढ़ने और समझने में सहूलियत मिलेगी। इस मौके पर मेडिकल कालेज के उप प्राचार्य व हेड ऑफ डिपार्टमेंट एनाटॉमी के प्रोफेसर डॉ नीरज पाण्डेय ने पार्थिव शरीर दान करने पर बृजभूषण दुबे का आभार जताया।
ब्रजभूषण दूबे ने पिता का पार्थिव शरीर मेडिकल कॉलेज को सौंपा
महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज गाजीपुर में आज समाजसेवी ब्रजभूषण दूबे ने अपने पिता मार्कंडेय दुबे के पार्थिव शरीर को दान किया। दरअसल जिले के मनिहारी ब्लॉक के खड़वा गांव के रहने वाले चर्चित समाजसेवी ब्रजभूषण दूबे के पिता ने 10 साल पहले अपने शरीर को मेडिकल कॉलेज के छात्रों के पठन पाठन के लिए देह दान करने का संकल्प लिया था। उसी संकल्प को पूरा करने के लिए आज समाजसेवी ब्रजभूषण दूबे अपने परिजन और सहयोगियों के साथ अपने गांव से बस के माध्यम से पार्थिव शरीर लेकर गाजीपुर के राजकीय मेडिकल कालेज पहुंचे। जहां पर मेडिकल कॉलेज के उप प्राचार्य व हेड ऑफ डिपार्टमेंट एनाटॉमी के प्रोफेसर डॉ नीरज पाण्डेय समेत मेडिकल कालेज के छात्र छात्राओं ने सम्मान के साथ मार्कंडेय दुबे के पार्थिव शरीर को स्वीकार कर उनके पुत्र समाजसेवी ब्रजभूषण दूबे को प्रमाण पत्र सौंपा। इस दौरान मेडिकल कॉलेज को पिता के पार्थिव शरीर को सौंपने के बाद ब्रजभूषण दूबे ने कहा कि इससे पहले माता जी का बीएचयू में पार्थिव शरीर दिया जा चुका है।
पिता ने लिया था देहदान का संकल्प
ब्रजभूषण दूबे ने आज भोर में मेरे पिता जी का निधन हो गया। पिता जी ने मेडिकल कालेज के छात्र छात्राओं के पठन पाठन के लिए देहदान का संकल्प लिया था। आज उनके निधन के बाद उनका पार्थिव शरीर मेडिकल कॉलेज को सुपुर्द कर दिया गया है। इस पार्थिव शरीर से बच्चे मेडिकल की पढ़ाई करेंगे और लोगों का बेहतर इलाज करेंगे।
सरकार से एंबुलेंस मुहैया कराने की अपील
बृजभूषण दूबे ने पीएम और सीएम से बीएचयू और गाजीपुर मेडिकल कालेज को एक एंबुलेंस मुहैया कराने की अपील की। जिससे की देहदान, आंख दान करने के बाद उसका सही मायने में उपयोग हो सके। वहीं मेडिकल कालेज के उप प्राचार्य व हेड ऑफ डिपार्टमेंट एनाटॉमी के प्रोफेसर डॉ नीरज पाण्डेय ने पार्थिव शरीर मिलने के बाद बृजभूषण दूबे का आभार जताते हुए कहा कि पहली बार इस कॉलेज को देहदान की हुई पार्थिव शरीर मिला है। इस शरीर के माध्यम से कॉलेज के छात्र छात्राओं को पढ़ने और समझने में सहूलियत मिलेगी।