मां को न्याय के लिए भटक रहा जवान, दबंग पाटीदारों ने तोड़ दिया है हाथ-पैर

punjabkesari.in Friday, Jul 26, 2019 - 01:15 PM (IST)

गाजीपुर: आज पूरा देश कारगिल विजय दिवस के 20 साल पूरा होने पर खुशियां मना रहा है। कारण की आज ही के दिन वीर सपूतों के बलिदान की वजह से भारतीय सेना ने कारगिल पर विजय पताका लहराया था। तो दूसरी ओर एक जवान अपने दबंग पाटीदारों जिन्होंने मारपीट कर उसकी मां का हाथ व पैर तोड़ दिया है वह न्याय के लिए पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी कार्यालय में न्याय की गुहार लगा रहा है।

गाजीपुर की सड़कों पर और उसके बाद जिला अधिकारी के कार्यालय और पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में अपने घायल मां को कंधों के सहारे गोद में उठाकर लेकर जाता हुआ यह सीआईएसफ का जवान जितेंद्र कुशवाहा है। जो कोतवाली इलाके के छावनी लाइन का रहने वाला है। जिसके दबंग पाटीदारों ने जमीनी विवाद में इनकी गैरमौजूदगी में खेती करते समय इनकी मां पर हमला कर दिया जिससे इनकी मां बुरी तरह से घायल हो गई। घायल ही नहीं हुई बल्कि इनका एक हाथ और एक पैर भी फ्रैक्चर हो गया। 

जिसके बाद उनके पिता ने इसकी जानकारी कोतवाली में दिया कोतवाली पुलिस ने भी इस मामले पर खानापूर्ति करते हुए मुकदमा तो दर्ज कर लिया गया लेकिन मामूली धाराओं 147, 323, 504 व 506 के तहत मामला दर्ज किया। मामला बीते हुए भी लगभग 10 दिन से ऊपर हो चुका है लेकिन किसी भी नामजद आरोपी पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। 

जवान जितेंद्र कुशवाहा अपनी बटालियन से छुट्टी लेकर घर आया और अपने मां-बाप को इंसाफ दिलाने के लिए आज कंधों का सहारा देकर जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक से इंसाफ की गुहार लगा रहा है।

मुख्यमंत्री से भी गुहार लगा चुका है जवान 
जितेंद्र कुशवाहा अपने पाटीदारों से हुए जमीनी विवाद के लिए आज से नहीं बल्कि पिछले कई सालों से अधिकारियों से गुहार लगाता रहा है लेकिन अधिकारी कानून का बहाना बनाकर जवान के मामले को ठंडा बस्ता में डाले हुए हैं। अगर हम कुछ साल पूर्व की बात करें तो इस जवान ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लंका मैदान स्थित कार्यक्रम में भी अपने मामले के कागजात को उछाल कर मुख्यमंत्री से इंसाफ की गुहार लगाया था लेकिन उस वक्त भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। वहीं आज इस मामले पर जिलाधिकारी ने तत्काल कार्रवाई की बात कही है।

Ajay kumar