घोसी MP अतुल राय जेल में, उनकी टीम कोरोना संक्रमितों की कर रही देखरेख, लगाया Oxygen लंगर

punjabkesari.in Sunday, May 23, 2021 - 03:37 PM (IST)

मऊ: उत्तर प्रदेश में मऊ के घोसी लोकसभा क्षेत्र से बसपा सांसद अतुल राय की टीम द्वारा कोरोना कोविड महामारी के दौरान संक्रमितों कि इलाज के बाबत उपलब्ध कराई गई सुविधाएं चर्चा का विषय बनी हुई है। एक तरफ जहां जनता का आरोप है कि सभी जनप्रतिनिधि दूर हो गए हैं। वहीं लोकसभा चुनाव के पूर्व से ही एक मामले को लेकर जेल में बंद बसपा सांसद अतुल राय द्वारा कोरोना की दूसरी लहर में लगातार अपने लोकसभा क्षेत्र में कोविड संक्रमितों के लिए मुफ्त दवा सहित टेलीमेडिसीन इत्यादि उपलब्ध कराते नजर आ रहे हैं।

मऊ जिला अस्पताल के लिए स्ट्रेचर-व्हीलचेयर-सेनेटाइजर सहित पल्स ऑक्सिमीटर-इंफ्रारेड थर्मामीटर उपलब्ध कराना। मऊ जिला अस्पताल में ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध कराने के साथ ही पूरे संसदीय क्षेत्र के लिए तहसील क्षेत्रवार एंबुलेंस सेवा इनके प्रमुख कार्य मे शामिल रहा। इन दिनों सांसद की टीम मऊ डिस्ट्रिक्ट कोटर् सेंट्रल बार के साथ ही सर्वधर्म भाव से सभी धर्मों के देवस्थलों में ऑक्सीजन लंगर लगवा दिया गया। अतुल राय के निर्देश पर उनके प्रतिनिधि गोपाल राय द्वारा मऊ डिस्ट्रिक्ट कोटर् के सिविल बार एसोसिएशन में और दारुल उलूम मदरसा, डोमनपुरा स्थित आलिया मदरसा, सलेमपुर स्थित मां चंडी मंदिर एवं इंदारा मिशनरी हॉस्पिटल में कुल 20 ऑक्सीजन कॉन्सेंटरेटर उपलब्ध कराए गए। इसके साथ ही हजारों की संख्या में मेडिसिन कीट भी गांव गांव जाकर वितरित किए जा रहे हैं। जिसके निमित्त उनके द्वारा विधानसभा वार व तहसील क्षेत्रवार चिकित्सक व मेडिकल सुविधायुक्त वाहन संचालित करवाये जा रहे हैं। यह सब कर सांसद अतुल राय ने महामारी काल में एक जनप्रतिनिधि की नैतिक जिम्मेदारी के मायने ही नही बदल दिए हैं बल्कि नई व्याख्या व नई परिभाषा रच दी है।

लोगों का कहना है कि एक तरफ जहां जिले के कैबिनेट मंत्री सहित सभी जनप्रतिनिधि भूमिगत हो गए हैं, वहीं सांसद अतुल राय खुद जेल के अंदर लेकिन क्षेत्र में चला रहे आज सीजन का लंगर जो काफी सराहनीय व सार्थक साबित हो रहा है। स्थिति यह है कि जब कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार में लगातार गुणात्मक गिरावट दर्ज हो रही है और सरकारी अमला सुस्ताने की मुद्रा में आने लगा है। बावजूद सांसद अतुल राय की टीम उतनी ही तन्मयता से अपने काम में लगी है। इसी क्रम में सांसद प्रतिनिधि ने कहा कि समाजसेवा का दंभ भरने वाले राजनीतिकों, जनप्रतिनिधियों की भूमिका की अहमियत और जरूरत काफी बढ़ गई है। यह बेजार वक्त जनप्रतिनिधियों के लिए अपनी संवेदन शून्यता दिखाने का नहीं है। अपनी नैतिक जिम्मेदारी सरकार पर थोपने का नहीं है। निलंबित निधि के बहाने अपनी नैतिक जिम्मेदारी से मुंह मोड़ने का नहीं है और जाने-अनजाने अपने को बेजार बता कर क्षेत्र से लापता होने का नहीं है।

इस सम्बन्ध में सांसद प्रतिनिधि गोपाल राय ने कहा कि इस विपत्ति काल में जहां दुनिया भर की सरकारें और चिकित्सा वैज्ञानिक जूझ रहे हैं। ऐसे में हर किसी खासकर सामर्थ्यवान, जिम्मेदारान का फर्ज बनता है कि इंसान को इस महामारी से उबारने के लिए आगे आए। यथा संभव जरूरतों की पूर्ति करे। कथित यौन शोषण के मामले में जेल में निरुद्ध होने के बाद भी वह अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों की हिफाजत, जरूरत को लेकर फिक्रमंद हैं। उनके निर्देशन में उनकी टीम हर गांव हर मुहल्ला के हर घर तक पहुंच कर चिकित्सकीय मदद पहुंचाने की कोशिश में जुटी है। सांसद प्रतिनिधि ने कहा कि सांसद का देवालयों में ‘ऑक्सीजन लंगर' के कई अर्थ हैं। इनमें एक अर्थ यह भी है कि भगवान से कुछ मांगने के लिए खाली मन, खाली हाथ नहीं जाते बल्कि श्रद्धा भाव, भोग प्रसाद लेकर जाते हैं। सांसद अतुल राय भी ऑक्सीजन लंगर लगा कर प्रभु के दरबार में यही अर्जी लगाए हैं कि हे प्रभु! इस विपत्ति काल से मानव को उबारें।

 

Content Writer

Umakant yadav