छात्राओं ने रचा नकल का इतिहास, शरीर पर ऐसी-ऐसी जगह लिखा, फटी रह गई जांच टीम की आंखें

punjabkesari.in Sunday, Sep 13, 2020 - 03:44 PM (IST)

बुलंदशहरः परीक्षा में नकल करने के न जाने आपने कितने तरीके देखे और सुने होंगे। कोई अपनी रूमाल की तह में तो कोई कॉपी के पन्ने पर लिखकर नकल लाता है, लेकिन जो चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय देखने को मिला वो शायद ही कभी किसी ने देखा हो। छात्राओं ने नकल करने का जोरदार तरीका अपनाया, जिसे देखकर निरीक्षक भी हैरान रह गए।

जानिए किस-किस विश्वविद्यालय की थी छात्राएं 
बता दें कि मामला चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा के दौरान बुलंदशहर और खुर्जा का है। दरअसल, परीक्षा में कोरोना काल के चलते फिजिकली जांच नहीं हो रही थी, जिसका छात्राओं ने भरपूर फायदा उठाया। इस दौरान 6 छात्राएं ऐसी-ऐसी जगह नकल छिपाकर लाई कि जांच करने वाले भी हैरान रह गए। जांच टीम ने छात्राओं की कॉपी और नकल के फोटो बतौर सबूत एकत्रित किए हैं। जिसके बाद सभी छात्राओं के खिलाफ अनफेयर मीन्स (यूएफएम) में कार्रवाई की गई है।

केंद्रीय सचल दल के संयोजक प्रोफेसर शिवराज सिंह पुंडीर ने बताया कि यूनिवर्सिटी के 5 सचल दस्तों को परीक्षा केंद्रों पर छापेमारी के लिए लगाया गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार को डॉ. विवेकानंद डे और डॉ रंजना की टीम ने बुलंदशहर के आईपी कॉलेज और खुर्जा के एनआरईसी कॉलेज समेत नोएडा के कॉलेजों में छापेमारी की कार्रवाई की। उन्होंने आईपी कॉलेज से चार और एनआरईसी कॉलेज से दो छात्राओं को नकल करते हुए पकड़ा है।

उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के चलते परीक्षा के दौरान फिजिकल जांच नहीं हो पा रही है। परीक्षा के दौरान आधा दर्जन छात्राएं इसका फायदा उठाकर नकल करते पकड़ी गईं हैं। ये छात्राएं अपने बाजू, पैर और हथेली पर ऑब्जेक्टिव प्रश्नों के उत्तर लिखकर परीक्षा दे रही थीं।

इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि सचल दस्ते की टीम को शक होने पर छात्राओं को सीट से उठाया तो नकल पकड़ में आ गई। एक छात्रा ने अपनी पूरी बाजू पर सौ से अधिक सवालों के जवाब उतारे हुए थे। ये सभी जवाब मॉडल पेपर से थे। वहीं एक छात्रा ने तलवे पर उत्तर लिखे हुए थे। उन्होंने बताया कि नकल के इस मामले को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी परीक्षा केंद्रों पर जांच तेज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान एक छात्रा को भी पकड़ा गया है, जिसने अपने सूट के कोने पर उत्तर लिखे हुए थे।


 

Tamanna Bhardwaj