अब मजनुओं की खैर नहीं! भदोही में बालिकाएं मार्शल आर्ट की तरफ तेजी से आकर्षित

punjabkesari.in Tuesday, Apr 18, 2023 - 10:32 PM (IST)

भदोही: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अब मजनुओं के छक्के छुड़ाएगी स्मार्ट युवतियां (Smart girls), सुनने में भले ही थोड़ा अटपटा लग रहा हो लेकिन सत्य है। पुलिस द्वारा गठित एंटी रोमियो स्क्वायड टीम से प्रेरणा लेकर बालिकाएं (Girls) मार्शल आर्ट (Martial arts) की तरफ तेजी से आकर्षित हो रही हैं।

महिला सशक्तिकरण एवं जागरूकता अभियान से बालिकाओं का मनोबल काफी बढ़ा
पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार ने मंगलवार को बताया कि महिला सुरक्षा एवं उनके अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए सरकार कटिबद्ध है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए गठित एंटी रोमियो टीम उनकी सुरक्षा को मजबूती प्रदान कर रही है। वहीं महिलाओं को लगातार जागरूक किया जा रहा है उन्होंने बताया कि महिला सुरक्षा से जुड़े टोल फ्री नंबरों पर निडर और बेहिचक फोन करने की सलाह दी जा रही है, ताकि आकस्मिक स्थिति में वे खुलकर मदद की गुहार कर सकें। बताया कि उनकी कॉल के बाद चंद मिनटों में उन्हें पुलिस प्रोटेक्शन दिया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे महिला सशक्तिकरण एवं जागरूकता अभियान से महिलाओं विशेषकर बालिकाओं का मनोबल काफी बढ़ा है।

एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन नारी सशक्तिकरण की दिशा में वरदान
महिलाओं/बालिकाओं की सुरक्षा के लिए जनपद के हर थानों में एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन तो नारी सशक्तिकरण की दिशा में वरदान साबित हुआ है। एंटी रोमियो स्क्वायड टीम मंदिरों, धार्मिक स्थलों व भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों जैसे महिला कालेजों जैसी संवेदनशील जगहों पर हमेशा निगरानी कर रही है। टीम जहां बालिकाओं से चर्चा परिचर्चा कर उनके मनोबल को बढ़ा रही वही निजी सुरक्षा के लिए प्रेरित कर रही हैं। इससे बालिकाओं का मनोबल बढ़ा है।

अब बालिकाएं खुद मजनुओं का करेंगी प्रारंभिक इलाज
डॉ कुमार ने कहा कि जागरूकता का ही असर है कि युवकों द्वारा फिटनेस के लिए जैसे जिम का उपयोग किया जाता है ठीक उसी तर्ज पर बालिकाएं भी मार्शल आर्ट जैसी कलाओं को सीख रही हैं। मार्शल आर्ट की प्रैक्टिस कर वापस लौट रही एक बालिका ने बताया कि इस तैयारी से मनोबल के साथ आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है। जरूरत पड़ने पर बालिकाएं खुद मजनुओं का प्रारंभिक इलाज कर सकती हैं। बची कसर पुलिस की एंटी रोमियो स्क्वायड पूरा कर सकेगी बताया कि अब अकेले ही स्कूल जाने में कोई दिक्कत महसूस नहीं होती।

 

Content Writer

Mamta Yadav