धर्म के आधार पर नागरिकता देना देश और लोकतंत्र दोनों के खिलाफ, हम स्वीकार नहीं करेंगे- जियाउर्रहमान बर्क

punjabkesari.in Wednesday, Mar 13, 2024 - 01:16 PM (IST)

संभल, ( मुजम्मिल दानिश): यूपी संभल सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क के पौत्र और मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा से विधायक जियाउर्रहमान बर्क उर्फ जूनियर बर्क ने केंद्र सरकार को खुली चुनौती दी है।  जूनियर बर्क ने सीएए नोटिफिकेशन पर अपना कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि इसके ख़िलाफ़ हम सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते है। उन्होंने सीएए पर कहा की जिस तरह से पूर्व में उनके दादा सीएए और एनआरसी का विरोध करते आये थे, वो भी उसी तरह से इस कानून का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर नागरिकता देना देश और लोकतंत्र दोनों के खिलाफ है। अगर सीएए एन आर सी के जरिए किसी की नागरिकता रद्द की जाएगी तो हम किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे।  हम इसका पूरी तरह विरोध करेंगे, सभी धर्मों के लोगों को नागरिकता दी जानी चाहिए। 

उन्होंने कहा कि सीएए लेकर जो नोटिफिकेशन जारी हुआ है  वह  सरासर गलत है। भारत में लोकतंत्र है, और हिंदुस्तान को आजाद कराने के लिए सभी धर्मों के लोगो ने कुर्बानियां दी है। हमारे धर्म के लोगों को इस कानून में विरोध है। गृह मंत्री अमित शाह कहते है कि मुसलमानो को ग़ुमराह किया जा रहा है। इससे किसी की नागरिकता नही छिनेगी। उन्होंने कहा कि हम मानते है, लेकिन हमारा सवाल ये है कि जो आप नागरिकता देने का काम कर रहे हो पाकिस्तान और बंग्लादेश से मुस्लिम समाज के अलावा जो दूसरे धर्मों के लोगो को नागरिकता दे रहे हो तो पहले तो ये बताओ जो हमारे देश के 140 करोड़ लोग ये जानना चाहते है उन्हें तो आप रोजगार दे नही पा रहे हो, तो आप दूसरे लोगो को उनका हक कैसे दे पाओगे.....

उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात है यह है कि अपने मुस्लिम शब्द हटा कर सब धर्मों को शामिल किया है। तो हम पूछना चाहते है, आखिर मुसलमानो ने कौन सा गुनाह किया है, जो मुसलामन दूसरे देश से आये है आप उन्हें भी नागरिकता देने का काम करे। उन्होंने कहा कि वैसे तो हमे केंद्र सरकार से इस पर कोई उम्मीद नही लगती है। अगर इसमें एमेंडमेंट कर ले तो अच्छी बात है वरना फिर हम अपनी कौम के जिम्मेदार लोगों से बात करके सुप्रीम सुप्रीम कोर्ट जाने के लिए तैयार है। 
 

Content Writer

Ramkesh