अच्छी खबरः यूपी के मेडिकल कॉलेजों में 14000 कोविड मरीज डिस्चार्ज

punjabkesari.in Thursday, Jul 30, 2020 - 11:00 AM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे ने बुधवार को यहां कहा कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के तहत कोविड-19 से संक्रमित अब तक लगभग 20,000 मरीज भर्ती हुए हैं जिनमें से 14 हजार मरीज उपचार के बाद डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमित मरीजों में 70 वर्ष से ऊपर के 1277 मरीजों का उपचार किया गया है जिनमें 78 प्रतिशत 1000 मरीजों को अब तक उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया जा चुका है।

उन्होंने बताया कि पांच वर्ष से कम आयु के 451 मरीजों का उपचार किया गया जिनमें 421 मरीजों को उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के मेडिकल कालेजों/संस्थानों में कोविड-19 से सक्रंमित 230 सिजेरियन डिलेवरी की गई एवं 465 मरीजों की डायलिसिस की जा चुकी है। डॉ. दुबे ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों के कोविड सेन्टर्स के आइसोलेशन बेड पर आक्सीजन की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। प्रत्येक सेन्टर्स पर 48 घण्टे से अधिक की ऑक्सीजन का बैकअप सुनिश्चित किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि मेडिकल कालेजों में वेन्टीलेटर के अतिरिक्त 232 बाइपैप मशीनें व 44 एचएफएनसी मशीनें उपलब्ध हैं तथा 137 अतिरिक्त बाईपैप तथा 215 अतिरिक्त एचएफएनसी क्रय करने के आदेश दिये गये है। कोविड-19 से गम्भीर रूप से सक्रंमित 992 मरीजों को बाइपैप दिया गया जिनमें से 630 मरीज ठीक हो चुके हैं। 251 मरीजों को एचएफएमसी दिया गया जिनमें से अब तक 182 मरीज ठीक हो चुके हैं। प्रदेश के सात मेडिकल कालेजों एसजीपीजीआई, केजीएमयू, एसएसपीएच नोएडा, जिम्स ग्रेटर नोएडा, जीएसवीएम मेडिकल कानपुर, एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा तथा सन्तोष मेडिकल कॉलेज गाजियाबाद में भर्ती अति गम्भीर रूप से संक्रमित 75 मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी दी गयी जिनमें से 60 मरीज ठीक हो चुके हैं।

डॉ. दुबे ने बताया कि अति गम्भीर मरीजों में 262 मरीजों को (रेमिडिसबेर इन्जेक्शन दी गयी जिनमें से 154 मरीज ठीक हो चुके हैं। 57 मरीजों को टासिलीजॉम दवा दी गयी जिनमें 36 मरीज ठीक हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त 833 अति गम्भीर मरीजों को वेन्टीलेटर पर रखा गया जिनमें 62 मरीज ठीक हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 50 मेडिकल कॉलेजों के कोविड चिकित्सालयों के रोगियों का उपचार चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ की टीम द्वारा 24 घंटे किया जा रहा है। 
 

Tamanna Bhardwaj