मथुरा में मालगाड़ी पटरी से उतरी, 12 डिब्बे डिरेल; दिल्ली-आगरा रेल मार्ग ठप, यात्रियों की बढ़ी परेशानी

punjabkesari.in Wednesday, Oct 22, 2025 - 01:45 AM (IST)

Mathura News, (मदन सारस्वत): त्योहारी सीज़न में ट्रेनों से सफर कर रहे यात्रियों को उस वक्त भारी असुविधा का सामना करना पड़ा जब मंगलवार रात मथुरा जिले में एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई। हादसा वृंदावन रोड और जैंत स्टेशन के बीच हुआ, जहां मालगाड़ी के 12 डिब्बे एक के बाद एक पटरी से उतरकर पलट गए। इस दुर्घटना के बाद दिल्ली-आगरा रेल मार्ग पर आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। कई महत्वपूर्ण ट्रेनें, जिनमें पंजाब मेल समेत अन्य सुपरफास्ट ट्रेनें शामिल हैं, मथुरा जंक्शन पर रोक दी गई हैं।

रात 9 बजे हुआ हादसा, तेज आवाज से दहले लोग
जानकारी के अनुसार, रात करीब 9 बजे जब मालगाड़ी मथुरा के इस मार्ग से गुजर रही थी, तभी अचानक डिब्बे पटरी से उतर गए। घटना की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। इसके बाद पुलिस और रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू कराया। रेलवे की टीम द्वारा ट्रैक को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया गया है, लेकिन घटना स्थल पर बिखरे डिब्बों और क्षतिग्रस्त पटरियों के चलते ट्रेनों का संचालन बाधित है।

मथुरा जंक्शन पर ठहरी ट्रेनें, यात्रियों में अफरा-तफरी
रेलवे प्रशासन ने पंजाब मेल के साथ-साथ कम से कम चार ट्रेनों को मथुरा स्टेशन पर रोक दिया है। इस कारण यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। राहत के तौर पर स्टेशन पर हेल्प डेस्क स्थापित की गई है और यात्रियों को पानी, सूचना और वैकल्पिक ट्रांसपोर्ट के विकल्प दिए जा रहे हैं। रेलवे ने जानकारी दी है कि चार ट्रैक चालू हैं, जिनसे धीरे-धीरे ट्रेनों को पास कराया जा रहा है। लेकिन स्थिति सामान्य होने में समय लग सकता है।

त्योहारी सीजन में ट्रैफिक पर दोहरी मार
दिवाली और छठ के चलते इन दिनों ट्रेनों में भारी भीड़ है। ऐसे में ट्रेनों का लेट होना या रुक जाना यात्रियों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। विशेष ट्रेनों के साथ-साथ रेगुलर ट्रेनों की संख्या बढ़ने से रेल ट्रैफिक पहले से ही दबाव में था, जिस पर यह हादसा दोहरी मार साबित हो रहा है।

पिछले साल भी हुआ था ऐसा हादसा
स्थानीय लोगों का कहना है कि करीब एक साल पहले भी इसी जगह के आसपास मालगाड़ी के डिरेल होने की घटना हुई थी, और तब ट्रैक को सामान्य करने में 24 घंटे से अधिक समय लगा था। लोगों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि इस रूट की तकनीकी जांच कराई जाए ताकि बार-बार हो रहे हादसों को रोका जा सके।


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Content Editor

Mamta Yadav

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