सरकारी कर्मचारी ने गुपचुप की दूसरी शादी, पहली पत्नी और बेटी ने दी आत्मदाह की चेतावनी

punjabkesari.in Friday, Jun 01, 2018 - 03:50 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिला लेखा परीक्षा अधिकारी के कार्यालय में सीनियर ऑडिटर के पद पर तैनात शैलेन्द्र कुमार सिंह पर उसकी पहली पत्नी रीता सिंह ने गुपचुप तरीके से दूसरी शादी करने का आरोप लगाया है। पीड़िता का आरोप है कि उसका पति अब दूसरी पत्नी के साथ रह रहा है, उसके बच्चे भी हैं। आरोप है कि पति ने उसकी जवान बेटी और उसे छोड़ दिया। पीड़िता ने अपना हक मांगने के लिए जब पुलिस से शिकायत की तो उसकी सुनवाई नहीं की गई। आरोप है कि थाना स्तर पर पति द्वारा पैसे के प्रभाव में केस दर्ज नहीं करने दिया गया। इसके बाद पीड़िता ने कोर्ट की शरण ली।

आरोप है कि आरोपी ने कोर्ट में फर्जी दस्तावेज पेश कर केस खारिज करवा दिया। इसके चलते पीड़िता को मिलने वाला गुजारा भत्ता भी रद्द हो गया। पीड़िता का कहना है कि उसने अपने बच्चों को न्याय दिलाने और आरोपी पति को सजा दिलाने के लिए पिछले कई सालों से सीएम के जनता दरबार, डीजीपी, हजरतगंज, बाराबंकी महिला थाना, एसपी कार्यालय, गोमतीनगर थाना, इंदिरा भवन, चौकी थाना, महिला सम्मान प्रकोष्ठ से लेकर हर जगह न्याय के लिए दरवाजा खटखटाया, लेकिन सिर्फ  निराशा ही हाथ लगी।

पति ने आरोपों को बताया निराधार
जब महिला के पति शैलेंद्र से बात की गई तो उसने सारे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उसने दूसरी शादी नहीं की है। शैलेंद्र ने आरोप लगाया कि उसने अपनी पत्नी को आपत्तिजनक स्थिति में उसके जीजा राम सकल सिंह के साथ पकड़ा था। इसीलिए उसने उसी दिन से उसके साथ रिश्ता नाता तोड़ दिया था। आरोप है कि पत्नी का जीजा ही उससे उसके खिलाफ झूठे आरोप लगवा रहा है। शैलेन्द्र ने बताया कि महिला वर्तमान समय में छत्तीसगढ़ में शिक्षिका है। उसने आने से पहले धमकी दी कि छुट्टियों में हम लखनऊ आ रहे हैं तुम्हें बर्बाद कर देंगे। हालांकि महिला के पति की बात कितनी सही है यह तो जांच का विषय है।

CMS में पढ़ते हैं दूसरी पत्नी के 2 बच्चे
सीएम के जनता दर्शन में दिए गए प्रार्थना पत्र में रीता सिंह व उनकी पुत्री अंकिता सिंह निवासी गोमतीनगर ने कहा है कि जब भी उन्होंने शैलेंद्र के विरुद्ध कार्रवाई करने का प्रयास किया हमें जान से मारने की धमकी देकर दबा दिया जाता है। मेरे पति अवैध रूप से दूसरी शादी करके अपनी दूसरी पत्नी अलका सिंह व दो बच्चों अंशिका कक्षा 10 व अखिलेंद्र कक्षा 8 जो सीएमएस स्कूल में अध्ययनरत हैं, के साथ अपने निजी निवास आवास खरगापुर गीतापुरी चौराहा गोमती नगर में रहते हैं। वह हमें गुमराह करते हुए रह रहे हैं कि लखनऊ में नहीं बहराइच में रहते हैं और उन्होंने दूसरी शादी भी नहीं की है। जबकि यथासंभव हमने उनके दूसरे विवाह का पति-पत्नी व बच्चों के साथ के कु छ फोटो भी हासिल किए हैं। मेरे पास एक रिकॉॄडग है जिसमें उन्होंने स्वयं ही स्वीकार किया है कि वह इस महिला के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहते हैं।

सामूहिक रूप से आत्मदाह की दी चेतावनी
पीड़िता की बेटी अंकिता सिंह ने बताया कि अपनी मां को न्याय दिलाने के लिए वह करीब 7 या 8 बार सीएम के जनता दरबार में गई लेकिन वहां से भी उसे कोई राहत नहीं मिली। हालांकि इस मामले में जब वह एक बार सीओ ऑफिस से जा रही थी तो एक व्यक्ति ने उसका पीछा करके अपहरण की भी कोशिश की थी। वह खुद को पुलिसकर्मी बता रहा था। पीड़िता ने जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत की लेकिन उसे राहत नहीं मिली। पीड़िता का कहना है कि अगर उसे जल्द ही न्याय नहीं मिला तो पूरे परिवार सहित विधानसभा के सामने आत्मदाह कर लेगी।

घर के बाहर लगे CCTV से देखकर भाग जाता है पति
पीड़िता और उसकी बेटी ने बताया कि वह जब भी शैलेंद्र के घर जाती हैं तो वह घर के बाहर लगे सीसीटीवी में देखकर घर से फरार हो जाता है। पीड़िता का कहना है कि एक बार 4 लाख रुपए देकर समझौते का भी दबाव बनाया गया। पीड़िता का कहना है कि हम सभी जगह गए लेकिन सब अधिकारियों ने यह कह दिया कि मामला कोर्ट में चल रहा है। पीड़िता का कहना है उसकी सुनी नहीं जा रही है कि जो मामला कोर्ट में चल रहा है वह गुजारा भत्ते का है। उससे ये कहा जाता कि कोर्ट में केस के लिए साक्ष्य लाने पड़ेंगे लेकिन साक्ष्य इकट्ठा करने के लिए अधिकारियों का आदेश चाहिए लेकिन वह भी कोई नहीं दे रहा। अब पीड़ित परिवार के पास आत्महत्या के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं है। पीड़िता का कहना है कि वह किसी दिन भी आत्मदाह कर सकती है, इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

Anil Kapoor