सरकार ने ''आलोक सिंह'' को कन्नौज लोकसभा सीट जिताने का दिया पोस्टिंग गिफ्ट: अखिलेश

punjabkesari.in Tuesday, Jan 14, 2020 - 02:18 PM (IST)

कन्नौज: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में शुक्रवार को हुए बस हादसे के बाद सपा रास्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश घायलों से मिलने पहुंचे। जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत में नोएडा में बने पहले पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह पर सवाल खड़े किए हैं।

अखिलेश ने कहा कि सरकार ने आलोक सिंह को कन्नौज लोकसभा सीट जिताने का पोस्टिंग गिफ्ट दिया है। वहीं अध्यक्ष ने कन्नौज के अधिकारी को भी आड़े हांथे लेते हुए कहा कि कन्नौज के अधिकारी सरकार के गिफ्ट पोस्टिंग के इंतजार में बैठे हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान कानपुर जोन के आईजी आलोक सिंह थे। उन्होंने रात में मीटिंग की पुलिस ने मतदान से पहले पैसे बांटे जिसके चलते डिंपल वहां  से हार गई। फिलहाल अखिलेश यादव ने लखनऊ में बनाये गए पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय को सराहा।

बता दें कि अखिलेश यादव भाजपा नेताओं द्वारा नागरिक संसोधन कानून पर संसद में हुई वोटिंग में अपने द्वारा वोट न करने के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने व नेता जी ने CAA के खिलाफ वोटिंग की है। संसद में उनके पास बहुमत नहीं था अगर बहुमत होता तो उनके सांसद संसद में बिल को फाड़ देते। प्रदेश में फैले भ्रस्टाचार पर उन्होंने पत्रकारो को भगवान की कसम दिलाकर पूछा कि भ्रस्टाचार बढ़ा है या कम हुआ है आप ही बताइए।

अध्यक्ष ने छिबरामऊ बस हादसे में बस संचालक को बचाने का भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हादसे वाली बस का संचालक भाजपा का सदस्य है। मानक के विपरीत बस बनाई गई थी जिसके बावजूद भी कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई? सरकार को ऐसी बसों पर कार्रवाई करनी चाहिए। बस हादसे में हताहत हुए लोगों के परिजनों को सरकार द्वारा 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए। वही उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव 2022 में यदि सपा सरकार बनी तो बस हादसे में हताहत लोगों को 20-20 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा।

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कन्नौज के भाजपा सांसद व बीजेपी नेताओं को कड़ी नसीहत देते हुए कहा कि यहां के सांसद व बीजेपी के कुछ लोग डिंपल के कुछ भाषा का इस्तेमाल करते हैं जो मुझे अच्छा नहीं लगता है। मै नहीं चाहता कोई चीज मुझको अच्छी न लगे हम उनको वैसा ही हिसाब किताब दे दें। हम भी उन्हीं जैसे है इसलिए हम चाहेंगे कि बीजेपी के लोग खासकर जो बड़े नेता है उनकी भाषा में सुधार आना चाहिए। यदि उनकी भाषा मे सुधार नहीं आएगा तो समाजवादी पार्टी जानती है कि उनकी भाषा कैसे सुधारी जा सकती है। आपको बता दें कि दो दिन पूर्व सीएए के समर्थन रैली के दौरान भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने अखिलेश यादव परजुबानी हमला किया था।

 

Ajay kumar