G20 की बैठक में बोले केंद्रीय मंत्री- लैंगिक समानता के लिए लगातार प्रयास कर रही भारत सरकार

punjabkesari.in Monday, Feb 13, 2023 - 02:26 PM (IST)

आगरा (ब्रजभूषण) : G20 देशों की बैठक के बाद प्रतिनिधियों ने रविवार को ताजमहल का दीदार किया। G20 देशों के प्रतिनिधिमंडल ने महिला सशक्तिकरण की दमकती मिशाल शिरोज हैंगआउट में एसिड अटैक सर्वाइवर से भी मिलीं। G20 के समिट के दूसरे दिन की शुरुआत 20 देशों के 145 प्रतिनिधियों ने योग के साथ किया। समिट के पहले सत्र में दुनिया को कला, संस्कृति में खूबसूरत बनाने की भूमिका पर चर्चा और मंथन करने के साथ जी-20 में कार्यों की स्थापना, प्राथमिकताओं को सशक्त बनाती है और कुंजी की पहचान कराती है। इस दौरान केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्र भाई ने महिला सशक्तिकरण पर विशेष संबोधन दिया।

लैंगिक समानता के लिए लगातार प्रयास कर रही भारत सरकार
समिट के दूसरे दिन के पहले सत्र की शुरुआत केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्र भाई ने महिला सशक्तिकरण पर विशेष संबोधन के साथ किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा, जरूरत, काम, आधारभूत संरचना, शिक्षा तथा स्वास्थ्य सेक्टर पर ध्यान देते हुए सभी प्रकार के महिलाओं के प्रति भेदभाव हिंसा पर हमें अंकुश लगाना होगा। हमें सरकार द्वारा जारी किये गये महिलाओं के प्रति दिशा-निर्देशों पर सिविल सोसाइटी को काम करने की जरूरत है। जिससे कि महिलाओं का विकास तथा उनके समक्ष आ रही विभिन्न समस्याओं पर ध्यान देना होगा, जिससे कि हम उनकी मांगों, जरूरतों तथा उनके सशक्तिकरण पर बल दे सकें। हम एक समृद्ध व विकसित समाज का निर्माण कर सकें। उन्होंने सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न महिला केन्द्रित अम्ब्रेला योजनाओं यथा- मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य व मिशन पोषण का जिक्र करते हुए कहा कि महिलाओं की सुरक्षा, उनके स्वास्थ्य एवं बालिकाओं की रक्षा, सशक्तिकरण को हम एक छत के अन्तर्गत लाने में सक्षम हो पाए हैं।

महिला विकास' से 'महिलाओं के नेतृत्व में विकास' का है लक्ष्य
डिजिटल इंडिया का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि डिजिटल साक्षरता में भारत के प्रत्येक परिवार का लगभग एक प्रतिशत योगदान है। प्रधानमंत्री ग्रामीण साक्षरता पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि लगभग 60 मिलियन लोग डिजिटल साक्षर हुए हैं। सरकार की विकास, आधारभूत संरचना तथा शिक्षा के अन्तर्गत लगभग 10 लाख लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है, जिसमें लगभग 03 लाख महिलाओं की भागीदारी है। जो महिलाओं के भारत में सशक्तिकरण तथा उनकी आर्थिक गतिविधियों में भागीदारी को दर्शाता है। भारत सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए कहा कि उसे महिला केंद्रीत बनाया गया है। जिसके द्वारा लिंगानुपात में सुधार के साथ महिलाओं के सकल नामांकन अनुपात में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने वर्तमान समय की बात करते हुए बताया कि वूमन एन्टरप्रेन्योरशिप सेन्टर रिपोर्ट, जो कि 43 देशों में सर्वे द्वारा प्रकाशित है। इसमें तीन में से एक एन्टरप्रेन्योर महिला हैं। जो महिलाओं के वैश्विक विकास को दर्शाता है। हमें महिलाओं की सुरक्षा, विकास तथा स्वास्थ्य आदि सभी मानदंडों को लेते हुए महिला सशक्तिकरण की दिशा की ओर जाना है। वहीं उनके प्रति समाज में फैले भेदभाव को कम करना है। यह सभी कार्य हमें अपने-अपने घरों से प्रारम्भ कर राष्ट्रीय अभियान के रूप में परिणत करना है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण के लिये जी-20 देशों के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से भी सलाह व सुझाव आमंत्रित किये।


सांस्कृतिक कार्यक्रम में डूबे लोग

सत्र के अन्तराल में जी-20 मेहमानों के समक्ष सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत ब्रज के रास की मनमोहक प्रस्तुति कलाकारों द्वारा दी गयी, जिसमें कलाकारों ने भारतीय परम्परा, प्रेरणा की पराकाष्ठा को प्रदर्शित करते हुए अपनी प्रस्तुति दी। सम्मेलन के बाद सायं 4 बजे करीब जी- 20 देशों के प्रतिनिधियों ने मोहब्बत की निशानी ताजमहल का दीदार किया। जी-20 देशों के प्रतिनिधि ताज की खूबसूरती के कायल हो गए। सूर्यास्त के समय ताजमहल के बदलते रंग रूप को देख सभी मंत्रमुग्ध हो गए।

Content Editor

Prashant Tiwari