CAA विराेध के बीच इस अफगानिस्तानी परिवार काे भारत की नागरिकता देगी सरकार
punjabkesari.in Sunday, Jan 05, 2020 - 01:54 PM (IST)
सहारनपुर :उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक ओर जहां CAA को लेकर लोग सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं वहीं 40 साल से जिले में रह रहे अफगानिस्तानी नागरिक को भारतीय नागरिकता मिलने जा रही है। अफगानी जमाल खान न सिर्फ पिछले 40 सालों से जिले में रह रहे हैं। बल्कि 20 साल से नागरिकता के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे थे।
जमाल खान के मुताबिक 10 महीने पहले उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिख कर नागरिकता की मांग की तो गृह मंत्रालय ने संज्ञान लेकर ऑनलाइन अप्लाई करने की सलाह दी गई है। इसके बाद जमाल खान की सीआईडी, एलआईयू, पुलिस ने सभी कागजातों की जांच पड़ताल की गई। जांच पड़ताल में सभी तथ्य सही पाए गए, इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने जमाल खान को जल्द नागरिकता दिलाने का भरोसा दिया है।
सहारनपुर के मोहल्ला मेंहदी सराय निवासी जमाल खान ने बताया कि करीब 65 साल पहले उनके पिता फजल खान अफगानिस्तान से पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में आए थे। यहां फजल खान ने एक महिला से निकाह कर लिया था। हालांकि जमाल खान के जन्म के कुछ सालों बाद ही बीमारी के चलते उसके पिता का इंतकाल हो गया। युवा अवस्था में आने पर जमाल खान ने कलकत्ता में कारोबार करने की कोशिश की लेकिन सफल नही हो सके थे। जमाल खान ने बताया कि मै कारोबार के मामले में सहारनपुर आ कर रहने लगा।
18 साल से वह सहारन पुर में रह रहे है। उन्हों ने बताया कि न तो मेरे पास राशनकार्ड है,न तो वोटर कार्ड है। जमाल खान ने बताया कि करीब 20 साल पहले उन्होंने नागरिकता के लिए आवेदन किया था। आवेदन के बाद दिल्ली से लेकर लखनऊ तक सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है। सरकारी नुमाइंदों की अनदेखी के चलते उन्हें हर बार निराशा ही हाथ लगी है। प्रधानमंत्री मोदी को उन्होंने प्रत्र लिखा, इसके बाद गृह मंत्रालय ने जमाल के आवेदन का संज्ञान लिया ।
जमाल को दो दिन बााद फोन करके ऑनलाइन आवेदन करने की सलाह दीगई। जमाल खान ने अधिकारियों की सलाह पर ऑनलाइन आवेदन किया तो जांच पड़ताल शुरू हो गई, पिछले 10 महीनों में नागरिकता संबंधी सभी विभागों ने जांच की गई नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद जमाल खान की चिंता बढऩे लगी लेकिन अधिकारियों ने उन्हें बुलाकर आखिरी दस्तावेज पर हस्ताक्षर कराए तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जमाल खान का कहना है कि अफगानिस्तान के बारे में वह कुछ नहीं जानते है। उनका जन्म हिंदुस्तान में हुआ है। हिंदुस्तान की सरजमीं पर ही मरना चाहते है।