केरल CM के CAA विरोध पर बोले राज्यपाल- यह उनकी राय मैं उनसे बात करूंगा

punjabkesari.in Monday, Dec 23, 2019 - 03:14 PM (IST)

वाराणसीः नागरिकता कानून पर देश भर में मचे हिंसक विरोध के बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी खुलकर विरोध किया है, वहीं राज्य के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने समर्थन करते हुए कहा है कि मैं उनसे (CM) बात करूंगा और उम्मीद करता हूं कि सभी लोग देश के कानून का अनुपालन करेंगे। मौका था बीएचयू में काशी मंथन की ओर से आयोजित वसुधैव कुटुंबकम की। 

विरोध करना समस्या का समाधान नहीं
उन्होंने आगे कहा कि हिंसक विरोध किसी समस्या का समाधान नहीं है क्योंकि बातचीत उनको भी करनी पड़ती है जो आपस में जंग करते हैं। इसलिए बातचीत के जरिए सारी समस्याओं का समाधान हो सकता है।

कानून पढ़ने का निवेदन
उन्होंने आगे कहा कि मैं सभी लोगों से निवेदन करता हूं कि इस कानून को थोड़ा पढ़ें 1947 में महात्मा गांधी, पंडित नेहरू और मौलाना आजाद ने लोगों से वादा किया था हमारे बीच एक लाइन खींच दी गई है। अगर आपको दूसरे दर्जे का नागरिक बना कर अत्याचार किया जा रहा है, तो आप हमारे हो आप जब भी आओगे हम तुम्हें नागरिकता देंगे।

यह कानून गैरकानूनी ढंग से भारत आए लोगों के लिए
गैरकानूनी ढंग से भारत आए लोगों के लिए यह कानून ना कि नागरिकों के लिए। भारत में कभी भी धर्म के आधार पर नागरिकता नहीं रही है। यह कानून उनके लिए है जिनको विभाजन में उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा था जी, मौलाना आजाद और सरदार पटेल कभी कोई ऐसी बात करेंगे जिससे भारत में विभाजन पैदा हो।

CAA के बारे में भ्रांति पैदा की जा रही है
उन्होंने आगे बताया कि नागरिकता संशोधन कानून के बारे में भ्रांति पैदा की जा रही है। CAA का मैं पूरा समर्थन करता हूं। मैंने शपथ ली है संविधान और देश के कानून की रक्षा की

एक हेल्थी डिबेट होनी चाहिए
केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन कानून के कदम के सवाल के जवाब में कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं है, महत्वपूर्ण यह है कि हमें बातचीत के दरवाजे खुले रखने चाहिए और विरोध हिंसा की जगह एक हेल्थी डिबेट होनी चाहिए।

 

 

Ajay kumar