बच्चों से मिलीं राज्यपाल, कहा- सरकारी स्कूल में पढ़ते हुए अपने को किसी से कम न समझे

punjabkesari.in Saturday, Aug 31, 2019 - 11:12 AM (IST)

बाराबंकीः यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बाराबंकी का भ्रमण किया। यहां वह स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं शिक्षा की स्थिति जानने के साथ केंद्र एवं प्रदेश की योजनाओं की हकीकत से रूबरू हुई। उन्होंने यहां पूर्व माध्यमिक विद्यालय नेवला करसंडा मसौली थाना, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ागांव, आंगनबाड़ी केंद्र बड़ागांव, महादेवा ऑडिटोरियम पहुंचकर केंद्र और प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी की।

विद्यालय की शिक्षिकाओं को दिए ये निर्देश
उन्होंने पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कक्षाओं में पढ़ रहे बच्चों से संवाद करते हुए शिक्षा व्यवस्था, मिडडे-मील और उनकी पारिवारिक स्थितियों की जानकारी ली। उन्होंने विद्यालय में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं की संख्या पूछी। उन्होंने विद्यालय की शिक्षिकाओं को निर्देश दिए कि कक्षा की खाली दीवारों पर बच्चों से ही पेटिंग करवाकर उनको चित्रों के माध्यम से पढ़ाया जाए। इस तरह से उन्हें विषय जल्दी याद होता है और उनमें कलात्मकता एवं सृजनशीलता का भी संवर्धन होता है। उन्होंने कुछ शारीरिक रूप से कमजोर बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए उन्हें नियमित रूप से कुपोषण की जांच का सुझाव भी दिया।

शौचालय की साफ-सफाई का भी किया निरीक्षण
राज्यपाल ने बच्चों से कहा कि अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए भोजन नियमित समय से करें, जिससे स्वास्थ्य के साथ-साथ दिमाग भी तीव्र होता है। इसके अतिरिक्त विद्यालय में कक्षाओं के निरीक्षण के उपरांत उन्होंने रसोईघर, शौचालय की साफ-सफाई का भी निरीक्षण किया। शौचालय के पास लगे हैंडपम्प से निकलने वाले वेस्ट पानी के उपयोग के लिए विद्यालय परिसर में लगे पौधों की क्यारियों की तरफ मोड़ने के लिए कहा, जिससे बच्चे पानी के महत्व को समझ सकें। इस तरह से पानी बेकार नहीं बहेगा और पौधों की सिंचाई भी होती रहेगी।

छात्राओं ने गीत गाकर राज्यपाल का किया स्वागत
इस मौके पर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत ‘मन की वीणा से गुंजित..... स्वागतम् स्वागतम्' प्रस्तुत किया गया। छात्रा वर्षा चन्द्रा ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' पर कविता प्रस्तुत की। इस मौके पर राज्यपाल ने उपस्थित बच्चों को फल वितरित किए और उनसे बातचीत भी की। उन्होंने बच्चों को बताया कि वे भी सरकारी स्कूल से ही पढ़ी है अत: बच्चे भी सरकारी स्कूल में पढ़ते हुए अपने को किसी से कम न समझें। 

Deepika Rajput