योगीराजः वोट न देने पर ग्राम प्रधान ने एसडीएम संग रची ऐसी साजिश कि अब किसान मांग रहा मौत

punjabkesari.in Tuesday, Apr 18, 2017 - 12:50 PM (IST)

हरदोईः 'सबका साथ सबका विकास' की राह पर चलने वाली बीजेपी पार्टी का असर खोखला होता दिख रहा है। मुख्यमंत्री योगी के आदेशों का खुलेआम अधिकारी हनन कर रहे हैं, अधिकारियों को अपनी इन हरकतों से कोई डर नहीं दिख रहा है। ऐसा ही एक मामला हरदोई का है, जहां एक दलित परिवार ने खेती कर गेहूं की फसल खड़ी की और जब उसे काटने की बारी आई तो उन्हें पता चला कि उनकी फसल तो एसडीएम के आदेश पर नीलाम हो चुकी है। ऐसे में पूरा परिवार सदमे में है अब उनके पास जीवन जीने के लिए कोई दूसरा सहारा नहीं बचा है। दलित परिवार ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर इच्छामृत्यु की मांग की है।

यह है पूरा मामला
दरअसल मामला हरदोई देहात के मुहीपुरी गांव का है। जहां के रहने वाले दलित  कन्हैयालाल अपने 2 भाइयों और 4 बेटों के साथ रहते हैं। उनके मुताबिक करीब 30 सालों से सभी मिलकर गांव में ग्राम समाज की जमीन पर खेती करते थे। जो कि काफी समय पहले प्रधान द्वारा दी गई थी। लेकिन इस साल कन्हैयालाल ने गेहूं की फसल तैयार की और जरूरत के मुताबिक लोगों से इसके लिए पैसा भी उधार लिया लेकिन जब वो फसल काटने पहुंचा तो स्थानीय पुलिस उसे थाने ले आई। थाने पर पहुंचने के बात उसे पता चला कि जिस खेती को उसने खून-पसीने से खड़ा किया था, उसकी फसल को गांव के प्रधान ने एसडीएम से मिलकर नीलाम कर दी।

जानिए सदमें में आए दलित परिवार का क्या है कहना
इस पर दलित परिवार का कहना है कि उनके परिवार ने प्रधान को वोट नहीं दिया था जिसके चलते उनको ये सजा दी गई है। जब इसकी सच्चाई जानने के लिए थाना अध्यक्ष से पूछा तो उन्होंने बताया कि फसल की नीलामी हो चुकी है और ये भी सत्य है कि ये परिवार 30 सालों से इस जमीन पर खेती करता रहा है। गांव में तमाम लोग हैं जो ग्राम समाज की जमीन पर खेती कर रहे हैं। चूंकि नीलामी हो चुकी है इसलिए इन्हें मना कर दिया गया है कि फसल को अब न काटें। ऐसे में दलित परिवार के पास अब कोई साधन नहीं बचता इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग की है।