संगम तट पर देव दीपावली का भव्य आयोजन, 5 लाख दीपों से जगमगाया प्रयागराज

punjabkesari.in Friday, Nov 19, 2021 - 08:18 PM (IST)

प्रयागराज: देव  दीपावली का पर्व  संगम नगरी प्रयागराज में गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी के तट पर  परम्परागत तरीके से श्रद्धापूर्वक  मनाया जा रहा है। इस मौके पर हज़ारों श्रद्धालुओं  की मौजूदगी में  घाटों को 5 लाखों दीयों से सजायाहै।  देवगणों  के स्वागत में  गंगा और यमुना की भव्य आरती की गई। गंगा-यमुना की धारा में दीपदान हो रहा है। घाटों को दीयों, मोमबत्तियों,  रंगोली और फूलों से बेहद ख़ूबसूरती के साथ सजाया गया है।  इस अद्भुत नज़ारे को देखने और देवगणों के स्वागत के लिए  हज़ारों श्रद्धालु यहाँ पर इकठ्ठा हैं। आरती और पूजा-अर्चना के बाद नदियों को प्रदूषण मुक्त करने का संकल्प भी लिया गया है।


प्रयागराज के बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि शिक्षा विभाग की तरफ से हजारों दिए शिक्षकों और अध्यापकों के द्वारा जलाया जा रहा है ।साथ ही साथ शिक्षा विभाग के द्वारा कई फूलों की रंगोली बनाई गई है।



बता दें कि संगम क्षेत्र में देव दीपावली की तैयारी 3 दिन पहले से ही की जा रही थी आज सुबह से ही दीप को जलाने के लिए और रंगोली बनाने के लिए श्रद्धालुओं का जमावड़ा देखा गया। देव दीपावली पर  गंगा-यमुना की रेती और घाटों पर  एक साथ आस्था के लाखों दीये  जगमगा उठने से ऐसा लग रहा मानो आसमान से सितारे ज़मीन पर उतर आये है। इस मौके पर संगम  के घाटों और पानी की बीच धारा में पटाखे छोड़कर आतिशवाजी भी लोगों ने की। संगम की धारा से निकली आतिशबाजियां ऊपर पहुंचकर आसमान को सतरंगी बना रही हैं। आरती में साधु-संतों और महिला साध्वियों के साथ ही हज़ारों श्रद्धालु भी शामिल हुए हैं। भगवान विष्णु का धाम होने की वजह से प्रयागराज में देव दीपावली भव्य रूप में मनाई जाती है।  देव दीपावली के साथ ही तट पर  लगने वाला एक महीने के कार्तिक मेले का समापन भी हो जाता है।



श्रद्धालु ममता राय ने बताया कि संगम तट अदृश्य रूप से देवी देवता आज के दिन संगम तट पहुंचते हैं । ऐसे में हम सभी उनका स्वागत दीपो को जला कर के और विशेष पूजा आरती करके करते हैं । श्रद्धालु विमलेश तिवारी का कहना है कि  पिछली बार की तरह इस बार भी कोरोना  संक्रमण जल्द से जल्द पूरे तरीके से खत्म हो इसके लिए भी प्रार्थना कर रहे हैं ।संगम तट पर 5  लाख दिये तो जलाए गए है साथ ही साथ फूलों की रंगोली भी कई जगह बनाई गई जो आकर्षण का केंद्र बनी है।

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Ramkesh