बदायूं लोकसभाः शिवपाल-दुर्विजय के बीच होगा सीधा मुकाबला, पिछली बार गुन्नौर की जनता ने गिरा दी थी सपा की साइकिल

punjabkesari.in Monday, Apr 01, 2024 - 08:59 PM (IST)

बदायूं: लंबे समय तक बदायूं लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा। संसदीय क्षेत्र की पांच विधानसभा सीटों में गुन्नौर विधानसभा क्षेत्र में सपा को हमेशा लंबी बढ़त मिलती रही। लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में गुन्नौर की जनता ने सपा का मजबूत किला ढहा दिया। मोदी लहर में 2014 में गुन्नौर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी को जहां 54 हजार मत प्राप्त हुए थे, वहीं 2019 में 96,531 मतदाताओं ने भाजपा को वोट देकर सपा का खेल खराब कर दिया। इसके चलते भाजपा प्रत्याशी संघमित्रा मौर्य ने बदायूं में कमल खिला दिया। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि गुन्नौर की जनता इस बार किस ओर अपना रुख करेगी। मुस्लिम और यादव बाहुल्य क्षेत्र होने की वजह से बदायूं जिले में सपा का दबदबा रहा है।
 

मुलायम सिंह के करीबी रहे सलीम इकबाल शेरवानी पांच बार रहे सांसद
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव बदायूं के लोगों को अपना कुनबा बताते थे। बदायूं सीट से मुलायम सिंह के करीबी रहे सलीम इकबाल शेरवानी पांच बार सांसद रहे। वर्ष 2009 में यहां सपा दो खेमे में बंट चुकी थी तो मुलायम सिंह ने अपने भतीजे पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा। उस समय बसपा की सरकार थी। बसपा से बाहुबली डीपी यादव चुनाव मैदान में थे। लेकिन चुनाव में सपा को ही जीत हासिल हुई। इसके बाद 2014 में मोदी लहर में भी धर्मेंद्र यादव ने भाजपा उम्मीदवार बागीश पाठक को 1.65 लाख वोटों के अंतर से हरा दिया था। सपा की जीत में गुन्नौर विधानसभा क्षेत्र का बड़ा हाथ रहा। लेकिन, वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा का गढ़ कहे जाने वाले गुन्नौर क्षेत्र ने पार्टी को तगड़ा झटका दिया। यहां से भाजपा उम्मीदवार को 96,531 वोट मिले। हालांकि सपा उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव को यहां एक लाख छह हजार मत मिले, लेकिन भाजपा को अपेक्षा से ज्यादा वोट मिलने की वजह से सपा को हार का सामना करना पड़ा।

सपा में शिवपाल का टिकट बदले जाने की चर्चा
बदायूं लोकसभा सीट पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव का मुकाबला करने के लिए मौजूदा सांसद डा. संघमित्रा मौर्य का टिकट काटकर भाजपा ने इस बार दुर्विजय सिंह शाक्य को मैदान में उतारा है। वह पार्टी के प्रांत के अध्यक्ष है। भाजपा प्रत्याशी दुर्विजय शाक्य सपा मुखिया अखिलेश यादव व प्रत्याशी शिवपाल यादव पर तंज कस रहे हैं, शिवपाल पहले अपने भतीजे से तो निपट लें, अपने भतीजे की तो बात कर लें, भतीजे का विश्वास जीतें. जिसने यहां फंसा दिया है। इस बीच माना जा रहा है कि सपा बदायूं लोकसभा सीट पर उम्मीदवार बदल सकती है। इस संबंध में शिवपाल यादव का कहना है कि पार्टी जो भी निर्देश देगी, उसका पालन करूंगा।

वर्ष 2019 में विधानसभावार मिले मत:

  • बिसौली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 1,11,686, सपा को 1,06,485 और कांग्रेस को 6,711 मत प्राप्त हुए थे।
  • सहसवान विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 95,093, सपा प्रत्याशी को 1,09,873 और कांग्रेस को 21, 198 वोट मिले थे।
  • बिल्सी विधानसभा में भाजपा 1,03, 191 वोट, सपा को 79,751 और कांग्रेस को 9, 190 वोट मिले थे।
  • सदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को 1,03,842, सपा को 89,691 और कांग्रेस को 9,698 वोट हासिल हुए थे।
  • गुन्नौर विधानसभा में भाजपा को 96,531 और सपा को 1,06, 159 वोट मिले थे।

     
  • भाजपा ने डा. संघमित्रा मौर्य का टिकट काटकर दुर्विजय सिंह शाक्य को उतारा तो सपा से शिवपाल सिंह यादव करेंगे मुकाबला।
  • 2014 की मोदी लहर में भाजपा प्रत्याशी को गुन्नौर में मिले थे महज 54 हजार वोट पर 2019 में 96,531 वोट लेकर जीता चुनाव।
  •  अन्य विधानसभा सीटों पर सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव और भाजपा की संघमित्रा मौर्य में चलती रही थी मामूली अंतर से हार जीत।

 


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Content Writer

Ajay kumar

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