किसान नेता के आरोपों से तिलमिलाए गुर्जर, कहा- मुझसे बड़ा किसान नहीं है राकेश टिकैत

punjabkesari.in Thursday, Feb 04, 2021 - 01:45 PM (IST)

शामली: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत द्वारा गंभीर आरोप लगाने के बाद अब लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर भी हमलावर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि टिकैत ने देश के इतिहास को कलंकित किया है। किसान आंदोलन की आड़ में देश में 1984 जैसे दंगे कराने की साजिश की गई थी, जिसकी अब जांच हो रही है। गुर्जर ने कहा कि जो लोग देशद्रोह में वांटेड हैं, वें अब अपनी जान बचाने के लिए किसानों को गुमराह कर रहे हैं।

दरअसल, गाजियाबाद के लोनी से विधायक नंद किशोर गुर्जर शामली में स्वर्गीय सांसद हुकुम सिंह की प्रतिमा अनावरण पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने मीडिया के सामने किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले चौधरी राकेश टिकैत को आड़े हाथों लिया। विधायक ने कहा कि टिकैत माफी मांगने के लिए अपने लोगों को उनके पास भेज रहे हैं, लेकिन गुर्जर और जाट बिरादरी के बीच माहौल बिगाड़ने की साजिश करने वाले टिकैत को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की जरूर है।

गुर्जर बोले टिकैत बीमार, देशद्रोह में वांटेड
बीजेपी विधायक ने कहा कि टिकैत जिस तरह से बयानबाजी कर रहे हैं, उन्हें डॉक्टर के यहां एडमिट कराना चाहिए। टिकैत ने गुर्जर और जाट समाज के बीच माहौल बिगाड़ने का काम किया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अगर यह साबित हो जाए कि मैं आंदोलन में गया हूं, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा, लेकिन अगर टिकैत ने झूठ बोला है, तो वो सार्वजनिक रूप से देश से माफी मांगे। बड़े शर्म की बात है कि इतने बड़े आंदोलन को चलाने वाले लोग आंदोलन को किस दिशा में ले जाएंगे। लाल किले पर जो देश का अपमान हुआ है, उसे देश के लोग नही भूल सकते। लोगों के बक्कल पाड़ देंगे...जैसे शब्द बोलकर उकसाने में भूमिका निभाई गई है। जो देशद्रोह में वांटेड हैं, वो अब अपनी जान बचाने के लिए हमारे लिए ऐसी बात कर रहे हैं।

दो-दो हजार रूपए में कुछ भी बोल देते हैं...
बीजेपी विधायक ने कहा कि चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत एक भोले किसान थे और वो किसानों की लड़ाई लड़ते थे, लेकिन अब उनकी आत्मा को भी दुख पहुंचा होगा। उन्होंने कहा कि टिकैत के बारे में लोग बोलते थे कि वो दो—दो हजार रूपए में कहीं भी कुछ भी बोलते चले जाते हैं, तो यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण बात है। इस तरह नही करना चाहिए। आप इतना बड़ा आंदोलन कर रहे हैं, कल को तो आप यें भी बोल दोगे कि आतंकवादी मुझे मारने आए। यें दंगा कराना बवाल कराना अच्छी बात नहीं है। किसानों का आंदोलन शातिपूर्ण तरीके से चलाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत मेरे से बड़ा किसान नही है, मुझसे आधी जमीन भी उसके पास नहीं होगी।

पहले देश का अपमान, अब खालिस्तानियों की पैरवी
विधायक ने कहा कि सरकार किसानों की मद्द कर रही है। सारा किसान समझ गया है, लेकिन यें कुछ पार्टियों के लोग नही समझ पा रहे हैं। पहली बार किसान इन कानूनों के द्वारा आजाद हुआ है, लेकिन यें लोग इन कानूनों के बारे में बात ही नही करेंगे। ये लोग उनको छोड़ने के लिए बोलते हैं, जिन्होंने लाल किले पर खालिस्तान का झंडा फहराया। किसान के नाम पर खालिस्तानी दिल्ली के अंदर घुसे। किसान के नाम पर ही देश का अपमान हुआ। इस तिरंगे के लिए लाखों लोगों ने शहादत दी। आंदोलन के दौरान जाट समाज, गुर्जर समाज और किसान समाज के बच्चों को ही सबसे ज्यादा दिल्ली के अंदर मारा गया।

विधायक ने कहा कि तिरंगे का अपमान होने की वजह से पाकिस्तान में क्या छपा? पाकिस्तान कह रहा है कि भारत में खालिस्तान का झंडा फहराया गया। उन्होंने बताया कि टिकैत ने देश को बांटने का काम किया है। इन्होंने इतिहास को कलंकित किया है। इतिहास इन्हें सबक सिखाएगा। यें किसानों का धरना नही है। पॉलिटिकल पार्टी के चार लोग मौके पर जाकर बैठ गए हैं।

1984 जैसा दंगा कराने की थी साजिश
विधायक ने कहा कि दुनिया जानती है कि मोदी, शाह और राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान का दिमाग ठीक कर दिया, चीन भी दुनिया के सामने रो रहा है। अगर ये लोग किसानों के भेष में दिल्ली के अंदर ना घुसते तो, किसी की हिम्मत नही थी कि तिरंगे को हाथ लगा देते। किसानों के लिए सरकार के दिल में बहुत जगह है। कुछ लोग 84 जैसी घटना कराना चाहते थे, उसकी अब जांच हो रही है।

Moulshree Tripathi