पाकिस्तान के ननकाना साहिब से काशी पहुंचीं गुरुनानक देव के खड़ाऊं

punjabkesari.in Sunday, Aug 25, 2019 - 11:19 AM (IST)

वाराणसीः धर्म एवं अध्यात्म की नगरी काशी में शुक्रवार देर रात को पाकिस्तान के ननकाना साहिब से सिखों के धर्मगुरु गुरु नानक देव की चरण पादुका पहुंची। रात भर कीर्तन और भक्ति प्रसंग होने के बाद शनिवार सुबह यह पादुका पटना साहिब के लिए रवाना हुई। बता दें कि गुरु नानक देव की 550 से प्रकाश पर्व के उपलक्ष में इस चरण पादुका को भारत के विभिन्न शहरों में लाया जा रहा है। 1 अगस्त को पाकिस्तान से चली यह यात्रा आज वाराणसी पहुंची। जहां इसका सिख समुदाय के लोगों ने भव्य स्वागत किया गया।

गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में ननकाना साहिब से निकली उनकी खड़ाऊ व बटखरा शुक्रवार को काशी पहुंचा। सिख समुदाय के साथ अन्य लोगों ने इस यात्रा का बेहद भव्य तरीके से स्वागत किया। गुरुबाग स्थित गुरुद्वारा में यात्रा के पहुंचते ही शब्द कीर्तन प्रारंभ हुआ।

सिख समुदाय के लोगों ने बताया कि गुरुनानक देव पांच सौ साल पहले गुरुबाग गुरुद्वारा आए थे। इसके बाद उनकी खड़ाऊ यात्रा यहां आयी है। यह यात्रा पाकिस्तान के ननकाना साहिब से एक अगस्त को निकली। पंजाब, उतराखंड होते हुए उत्तर प्रदेश के लखनऊ, कानपुर व प्रयागराज के बाद वाराणसी पहुंची है। यात्रा 24 अगस्त की सुबह आठ बजे पटना साहेब के लिए रवाना हुई। यात्रा में मुख्य वाहन के अलावा 40 अन्य वाहन थे। विभिन्न गुरुद्वारों के ग्रंथी व संगत शबद-कीर्तन करते हुए चल रहे थे। यात्रा का समापन पंजाब के सुल्तानपुर लोदी में नवंबर के पहले हफ्ते में होगी।
 

Tamanna Bhardwaj