उत्पीड़न से आक्रोशित दलित समाज आंदोलन को मजबूर: अखिलेश यादव

punjabkesari.in Wednesday, Apr 04, 2018 - 11:24 AM (IST)

लखनऊ: भाजपा सरकार पर दलितों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उत्पीड़न से आक्रोशित दलित समाज आंदोलन की राह पर चल पड़ा है। यादव ने कहा कि दलितों का उत्पीड़न रूकने का नाम नहीं ले रहा है। इससे वह बुरी तरह आंदोलित और आक्रोशित है।

जानकारी के अनुसार बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का नाम लेने वाली भाजपा के शासनकाल में उनकी प्रतिमा ही सबसे ज्यादा तोड़ी गई हैं। दलितों का उत्पीड़न बदस्तूर जारी है। बांदा के नीवी गांव में दलित पीने के पानी के लिए छटपटा रहे हैं। इलाहाबाद के कासगंज के निजामपुर गांव में एक युवक को शादी में घोड़ी पर चढ़कर जाने से रोका जा रहा है।

स्थानीय पुलिस दबंगों के आगे उनको सुरक्षा देने में आनाकानी कर रही है। दलित बेटियों का मान सम्मान सुरक्षित नहीं रह गया है। इसमें भाजपा की नाकामी और उसका दलित विरोधी चरित्र जाहिर है। दलितों और डॉ. अांबेडकर के नाम पर भाजपा सिर्फ दिखावटी प्रेम दिखाती है।

उन्होंने कहा कि अपराध रोकने के नाम पर एनकांउटर में अब निर्दोष और खुद भाजपा के अपने लोग भी शिकार बन रहे हैं। जहां तक अपराध नियंत्रण की बात है भाजपा सरकार लगातार असफल साबित हुई है। अपनी असफलता छुपाने के लिए वह फर्जी एनकांउटरों का सहारा ले रही है। पुलिस के इस खेल का बड़ा खुलासा तब हुआ जब नोएडा सेक्टर 16 से पुलिस ने आरएसएस के प्रवक्ता राकेश सिन्हा को ही पकड़ कर उपद्रवी बताते हुए गाड़ी में बिठा लिया और परिचय देने के बावजूद उनकी एक नहीं सुनी। बड़ी मुश्किल से वे छूटे और उनकी जान बची।

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