निर्दोष छात्रों का उत्पीड़न लोकतंत्र के खिलाफ: अखिलेश यादव

punjabkesari.in Friday, Jun 09, 2017 - 12:36 PM (IST)

लखनऊ: समाजवादी अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ पुलिस का दुर्व्यवहार निंदनीय है। निर्दोष छात्र-छात्राओं का उत्पीड़न करना लोकतांत्रिक सरकारों का काम नहीं हो सकता, यह लोकतंत्र के खिलाफ है।

समाजवादी छात्र सभा के नेताओं ने यादव से मुलाकात की और लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ पुलिस दुर्व्यवहार की शिकायत की। नेताओं का कहना था कि दोषी लोगों पर कार्रवाई करने की बजाय छात्रों का ही उत्पीड़न किया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पार्षद राजेश यादव, विजय यादव, मो. एबाद, दिग्विजय सिंह देव, राम सागर, प्रदीप तिवारी एवं गौरव दूबे ने मुलाकात की। यादव ने कहा कि छात्रों के साथ दुर्व्यवहार की घटना अमानवीय है।

उन्होंने कहा कि कल लखनऊ विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में पुलिस द्वारा शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं की बर्बरता से पिटाई से जाहिर है कि भाजपा सरकार का लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में कोई विश्वास नहीं है और वह विरोध को कुचलने में भरोसा करती है। शासन-प्रशासन का यह रवैया संवेदन शून्य है।

छात्र नेता अनिल यादव ने कहा कि उनके नेतृत्व में छात्र-छात्राएं मुख्यमंत्री को अपनी मांगों से अवगत कराने गए थे। उनकी बात न तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुनी और न ही ऊपर के अधिकारियों ने। छात्रों का कहना था कि क्रीड़ा परिषद के हिंदवी साम्राज्य दिवस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के वित्तीय संसाधनों का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। वित्त नियंत्रक और कर्मचारी परिषद की ओर से भी एक संस्था के आयोजन पर विश्वविद्यालय कोष से अपव्यय का विरोध किया गया था।