Loksabha Election 2019: एक नजर हरदोई लोकसभा सीट पर

punjabkesari.in Saturday, Apr 27, 2019 - 01:04 PM (IST)

हरदोईः हरदोई लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से एक लोकसभा सीट है। हरदोई लोकसभा सीट का गठन साल 1957 में हुआ था और भारतीय जनसंघ हरदोई सीट पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही, लेकिन 1957 में ही हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने यह सीट छीन ली और 1977 तक सीट पर कब्जा जमाए रखा। वहीं इमरजेंसी खत्म होने के बाद हुए आम चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा।

आपको बता दें कि हरदोई सीट से कांग्रेस अब तक 6 बार चुनाव जीतने में सफल रही, जबकि तीन-तीन बार बीजेपी और सपा इस सीट पर जीत का परचम लहराया। वहीं अगर बात पिछले तीन लोकसभा चुनाव की करें तो 2004 और 2009 में सपा की ऊषा वर्मा ने जीत दर्ज की थी, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में अंशुल वर्मा ने अपना परचम लहराया था। गौरतलब है कि हरदोई सीट नरेश अग्रवाल के नाम से ज्यादा चर्चा में रही है और राजनीति उन्हीं के इर्द-गिर्द घूमती है। वहीं बीजेपी ने इस बार इस सीट पर अपने निवर्तमान सांसद अंशुल वर्मा का टिकट काट दिया तो सांसद ने बगावत कर पार्टी छोड़ दी और समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए।

हरदोई के अंतर्गत कुल 5 विधानसभा सीटें

हरदोई लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 5 विधानसभा सीटें आती हैं। जिसमें सवैजपुर, शाहाबाद, हरदोई, गोपामऊ और संदी विधानसभा सीट शामिल हैं।

जानिए हरदोई से कितने मतदाता करेंगे मत प्रयोग


इस बार होने वाले लोकसभा चुनाव में हरदोई में कुल मतदाताओं की संख्या 17 लाख 94 हजार 142 है। जिसमें मतदाताओं में पुरुष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 74 हजार 153, महिला मतदाताओं की संख्या 8 लाख 19 हजार 932 और ट्रांस जेंडर के कुल 57 मतदाता शामिल हैं।

एक नजर 2014 के लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर बीजेपी के अंशुल वर्मा ने 3 लाख 60 हजार 501 वोटों के साथ जीत हासिल की थी। वहीं बसपा के शिव प्रसाद वर्मा 2 लाख 79 हजार 158 वोट के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि सपा की ऊषा वर्मा 2 लाख 76 हजार 543 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं थी।

एक नजर 2009 के लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

साल 2009 की बात करें तो सपा की ऊषा वर्मा ने 2 लाख 94 हजार 30 वोटों के साथ अपना परचम लहराया था। वहीं बसपा के रामकुमार कुरील 2 लाख 1 हजार 95 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि बीजेपी की पूर्णिमा वर्मा को सिर्फ 54 हजार 115 वोट मिले थे और वो तीसरे पर रहीं थी।

एक नजर 2004 के लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

अगर बात साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव की करें तो हरदोई लोकसभा से सपा की ऊषा वर्मा ने 2 लाख 03 हजार 445 वोटों के साथ अपना परचम लहराया था। वहीं बसपा के शिव प्रसाद वर्मा 1 लाख 64 हजार 242 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि बीजेपी की अनिता वर्मा को 1 लाख 16 हजार 473 वोट मिले थे और वो तीसरे पर रहीं थी।

Tamanna Bhardwaj