जाति पूछते ही टूटा कहर: इटावा में कथावाचक की पिटाई, बाल काटे, महिला के पैर पर रगड़वाई नाक.... वीडियो हुआ वायरल
punjabkesari.in Tuesday, Jun 24, 2025 - 11:01 AM (IST)

Etawah News: उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के एक गांव में कथावाचक की जाति पूछने के बाद उसके साथ बर्बरता की गई। यादव जाति से होने की वजह से कथावाचक की पिटाई, बाल काटने और महिला से पैर पर नाक रगड़वाने जैसी शर्मनाक हरकतें की गईं। घटना का वीडियो वायरल होते ही मामले ने तूल पकड़ लिया और राजनीतिक हलचल भी शुरू हो गई है।
क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, घटना बकेवर थाना क्षेत्र के दानरपुर गांव की है, जहां संत सिंह यादव और मुकुटमणि शास्त्री नाम के दो कथावाचक भागवत कथा कहने पहुंचे थे। गांव के कुछ लोगों ने उन्हें कथा के लिए बुलाया था। शुरुआत में सब ठीक था और कथा भी शुरू हो गई थी। लेकिन शाम को कुछ लोगों ने उनकी जाति पूछी। संत सिंह यादव ने बताया कि जब उन्होंने कहा कि वे कानपुर के रहने वाले यादव हैं और पहले स्कूल चलाते थे, अब कथा कहते हैं, तो वहां मौजूद कुछ लोगों ने उन्हें जाति को लेकर अपमानित करना शुरू कर दिया।
जाति बताने पर हुई बर्बरता
जैसे ही उन्होंने 'यादव' बताया, कुछ लोगों ने कहा कि ये गांव तो ब्राह्मणों का है, यहां यादव कैसे कथा कर सकता है। इसके बाद कथावाचकों से आईडी मांगी गई, लेकिन उनके पास उस वक्त कोई पहचान पत्र नहीं था। संत सिंह ने बताया कि उन्होंने अपना फोन नंबर दिया और कहा कि उनके घर से पुष्टि की जा सकती है। जब गांव वालों ने उनके बेटे से बात की और नाम में 'यादव' सुना, तो मामला और बिगड़ गया।
पिटाई, बाल काटना और अपमान
संत सिंह ने आरोप लगाया कि रात भर उन्हें टॉर्चर किया गया। बाल काट दिए गए, महिला के पैर पर नाक रगड़वाई गई और एक महिला ने कथित तौर पर उन पर मूत्र छिड़का, यह कहते हुए कि अब तुम पवित्र हो गए। मुकुटमणि शास्त्री ने बताया कि उन्हें भी बंदी बना लिया गया, मोबाइल, 25,000 रुपए, सोने की जंजीर और अंगूठियां छीन ली गईं। बाद में कुछ सामान वापस किया गया। उनके अनुसार गांव वालों ने कहा कि उन्हें ब्राह्मण जाति के वक्ता की जरूरत है। जब वे यादव निकले तो कहा गया कि तुम गद्दी पर बैठने लायक नहीं हो।
पुलिस की कार्रवाई
इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कड़ी आपत्ति जताई है और इसे जातिगत भेदभाव का शर्मनाक उदाहरण बताया है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर लोगों में गुस्सा है।