प्रधानपति हो जाएं सावधानः महिला ग्राम प्रधान ने अपने ही पति पर दर्ज कराया भ्रष्टचार का मुकदमा

punjabkesari.in Wednesday, Nov 16, 2022 - 06:45 PM (IST)

बस्तीः ग्राम प्रधान महिलाओं को रबर स्टाम्प समझने वाले पति सावधान हो जाएं, कभी भी जेल जाना पड़ सकता है। जी हां एसा ही एक मामला बस्ती की सरैया तिवारी गांव से सामने आया है जो प्रदेशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां की महिला ग्राम प्रधान ने अपने ही पति पर भ्रष्टाचार के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।

क्या है पूरा मामला?
ताजा मामला हर्रया ब्लॉक के सरैया तिवारी गांव का है। यहां पर महिला प्रधान  अर्चना ने अपने पति महेश कुमार पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सीएम और सीडीओ को लिखित शिकायती पत्र देकर भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। महिला प्रधान का आरोप है कि जनता ने उन्हें प्रधान चुना है लेकिन उनका पति उनको रबर स्टाम्प की तरह प्रयोग कर रहा है। प्रधान पति ने ग्राम पंचायतों से संबंधित सभी कागज, चेक बुक, विड्राल को अपने पास रख कर फर्जी सिग्नेचर कर ग्राम विकास के कार्यों में भ्रष्टाचार कर रहा है। ग्राम विकास के किसी भी काम में  प्रधान की राय नहीं ली जाती है। ग्राम विकास अधिकारी की मिलीभगत से फर्जी स्टाम्प और सिग्नेचर से ग्राम विकास निधि का पैसा निकाल कर बंदर बांट किया जा रहा है। महिला प्रधान ने सीएम और जिले के आला अधिकारियों से ग्राम प्रधान का अधिकार दिलाने की मांग की है।

आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुदमा दर्ज
पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला प्रधान की तहरीर पर उसी के पति के खिलाफ हर्रया थाना में धारा 419, 420, 467, 468, 471 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी प्रधान पति की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। प्रधान पति अपनी प्रधान पत्नी को लगातार मुकदमा वापस लेने की धमकी दे रहा है। महिला ग्राम प्रधान अपने पति के डर से किसी अज्ञात जगह पर छिपी है, लेकिन जो हिम्मत उसने भ्रष्टाचार के खिलाफ दिखाई और अपने ही पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराई वह अन्य ग्राम प्रधान महिलाओं के लिए नजीर है। जिनको उनके पति  या कोई पुरुष रबर स्टैंप समझता है। नाम की तो वह प्रधान होती हैं लेकिन प्रधानी कोई और चलाता है।


मामले की जांच की जा रहीः एसपी
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि महिला ग्राम प्रधान की तहरीर पर उसी के पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, मामले की जांच की जा रही है।

महिलाएं न तो कमज़ोर हैं न ही अबला
हर्रया ब्लॉक के सरैया तिवारी गांव की निर्वाचित एससी प्रधान अर्चना ने यह साबित कर दिया कि महिलाएं न तो कमज़ोर हैं न ही अबला। महिलाएं अपने अधिकारों के लिए न सिर्फ लड़ना जानती हैं बल्कि आश्यकता पड़ने पर अपने पति के खिलाफ भी खड़ी हो सकती हैं।

Content Writer

Ajay kumar