स्वास्थ्य विभाग की चूक! अस्पताल में लापरवाही से मरीज की हुई शौचालय में मौत, 3 घंटे तक पड़ा रहा शव

punjabkesari.in Friday, Oct 07, 2022 - 04:29 PM (IST)

फर्रुखाबादः उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के लोहिया अस्पताल में अब तो लापरवाही की सारी हदें पार हो रही हैं। जहरखुरानी के शिकार एक यात्री की अस्पताल में बने वार्ड के शौचालय में मौत हो गई। तीन घंटे तक शव वहीं पड़ा रहा। वहीं, मौके पर मौजूद मरीजों के परिजनों ने हंगामा किया, तब जाकर शव को शौचालय से निकाला गया। काफी हंगामा होने के बाद स्वास्थ्य कर्मी गहरी नींद से जागे। इस बीच यात्री का दम निकल चुका था। उसकी अभी पहचान नहीं हो सकी है।

बता दें कि रोडवेज बस अड्डे पर गुरुवार को लगभग 40 वर्षीय युवक जहरखुरानी का शिकार हो गया। उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। अज्ञात यात्री को अस्पताल के इमरजेंसी के पास पुरुष आकस्मिक वार्ड में भर्ती कर दिया गया। शाम 5 बजे के करीब अचेतावस्था में यात्री वार्ड के अंदर शौचालय में चला गया और फिर इसके बाद वापस नहीं लौटा, जबकि वार्ड में 6 मरीज भी भर्ती हैं। इनके परिजनों ने कई बार कहा पर स्वास्थ्य कर्मियों ने ध्यान नहीं दिया। देर रात बाद हंगामा खड़ा हो गया तो स्वास्थ्य कर्मी गहरी नींद से जागे। जिसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने शौचालय से यात्री को बाहर निकाला। डॉ.अभिषेक चतुर्वेदी ने उसे देखा और मृत घोषित कर दिया।



स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से गई यात्री की जान
यात्री के शव को अस्पताल के कक्ष में रखवा दिया गया है। वार्ड में भर्ती मरीजों के तीमारदार अरविंद, नरबीर, सूरज आदि ने बताया कि शाम पांच बजे करीब अचेतावस्था में एक व्यक्ति शौचालय में चला गया। आधा दरवाजा खुला था। कई बार स्वास्थ्य कर्मियों से कहा गया पर स्वास्थ्य कर्मियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। इसी लापरवाही में अज्ञात यात्री की जान चली गई। वहीं, सीएमएस डॉ.राजकुमार गुप्ता ने बताया कि एक जहरखुरानी के शिकार यात्री की अस्पताल के शौचालय में मौत होने की जानकारी मिली है। इसमें जांच कराई जाएगी। अस्पताल में मौजूद मरीजों व तीमारदारों का आरोप है कि, तीन घंटे तक युवक शौचालय में पड़ा रहा, लेकिन उसे कोई देखने तक नहीं गया। लोहिया अस्पताल में जहरखुरानी के शिकार युवक को भर्ती करने के बाद पुलिस को सूचना देने के लिए पुलिस सूचना फार्म भरकर तैयार कर लिया गया, लेकिन उसकी सूचना पुलिस को नहीं दी गई। 

Content Editor

Pooja Gill