कागजी कामों पर भारी पड़ी मूसलाधार बारिश, खुली नगरपालिका की पोल

punjabkesari.in Saturday, Sep 23, 2017 - 02:54 PM (IST)

फर्रुखाबाद(दिलीप कटियार): उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में हो रही मूसलाधार बारिश ने नगरपालिका के दावों की पोल खोल दी है। पालिका के सारे दावे बारिश के पानी की तरह बह गए। जहां एक तरफ बारिश के कारण लोगों के घरों में पानी भरता गया। वहीं दूसरी तरफ पालिका द्वारा किए गए दावें सारी असलियत बयां करते गए। 

3 दिन से हो रही मूसलाधार बारिश
बता दें कि फर्रुखाबाद में 3 दिन से लगातार बारिश हो रही है। इस बरसात से जहां एक ओर लोगों को गर्मी से राहत मिल गई। वहीं दूसरी ओर कस्बा बाजार की नालियों के चोक होने से कस्बे की स्थिति नरकीय बन हुई है। मुख्य बाजार में सड़क पर बने गड्ढों में बरसात का पानी भर गया। जिससे कस्बा बाजार में कीचड़ व फिसलन की समस्या बन गई। लोगों को मुख्य मार्ग पर गंदे पानी व कीचड़ से निकलने को विवश होना पड़ा। वहीं बाइक सवार लोग मार्ग पर हुई फिसलन में गिरते नजर आए।

सिर्फ कागजों में ही हुआ काम
ये सब देखकर तो लग रहा है कि नगर पालिका ने सिर्फ कागजों पर कार्य कराए है और ले-देकर जो कार्य हुए भी हैं, वो मनसून के आते ही सफ़ेद हाथी साबित हो गए। फर्रुखाबाद की जनता ने वत्सला अग्रवाल को इस उम्मीद से नगरपालिका अध्यक्ष बनाया था कि फर्रुखाब्द में रुके हुए विकास कार्य को गति मिल सकेगी पर नतीजा वहीं का वहीं है। 3 दिन से लगातार हो रही बारिश से इस कदर पानी भरा कि नाले और नालियां उफना गईं।

देर शाम तक भरा रहा पानी
फर्रुखाबाद की जनता ने वत्सला अग्रवाल को इस उम्मीद से नगरपालिका अध्यक्ष बनाया था कि फर्रुखाब्द में रुके हुए विकास कार्य को गति मिल सकेगी पर नतीजा वहीं का वहीं है। मोहल्ला तलैया फजल इमाम, रेटगंज, मदारबाड़ी आदि में तो देर शाम तक पानी भरा रहा। अन्य मोहल्लों में पानी निकलने में डेढ़ से 2 घंटे लग गए। इसके बाद सड़क व गलियों में कीचड़ हो गया। नालों में कूड़ा भरा होने से पानी निकलने में दिक्कत हो रही थी। मोहल्ला भीकमपुरा का नाला कई दिनों से चोक है। 2 दिन पूर्व नगर पालिका ने सफाई की कवायद की थी, लेकिन कूड़ा इतना अधिक था कि समस्या हल नहीं हो सकी।

लोगों ने दी कार्यपालिका के कार्यों की दुहाई
बे-मौसम की बरसात से  मोहल्ले तालाब बन गए हैं। घरों में पानी भर गया, लोग खाने- पीने को तरस गए, किचन ,बाथरूम, बेडरूम हर जगह पानी भर गया। लोग नगरपालिका की करतूतों की दुहाई देते नजर आ रहे हैं। भोलेपुर, छावनी, नगला नैन, गीतापुरम में तो नालों से निकले पानी ने घरो में तालाब का रूप ले लिया है। आप तस्वीरों में साफ देख सकते है कि पानी से लोगों को कितनी परेशानी हो रही है, लेकिन प्रशासन और नगरपालिका आंखे मूंद कर बैठी हैं।