बर्ड फ्लू के मद्देनजर बरेली के CARI में वैज्ञानिकों की हाई पावर कमेटी गठित, परिसर में बाहरी लोगों के आने पर रोक

punjabkesari.in Wednesday, Jan 06, 2021 - 07:40 PM (IST)

बरेली: देश के कई राज्यों में फैल रहे बर्ड फ्लू के मद्देनजर बरेली के केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) ने पांच वैज्ञानिकों की हाई पावर कमेटी गठित करते हुए एहतियात के तौर पर परिसर में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। सीएआरआई के कार्यवाहक निदेशक डॉ संजीव कुमार ने यहां यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले मिलने के बाद यहां केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान ने कुछ एहतियातन कदम उठाए हैं। डॉ संजीव ने बताया कि सीएआरआई के वरिष्ठ वैज्ञानिकों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई और कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये। बैठक में तय हुआ कि फिलहाल संस्थान में बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। संस्थान के परिसर में कुकुट पालक नहीं आ सकेंगे।       

उन्होंने कहा कि कुकुट पालक की किसी भी समस्या का समाधान फोन पर ही किया जाएगा। परिसर में अंडा व मीट की बिक्री के लिए बना मार्केटिंग सेंटर भी फिलहाल बंद रहेगा। स्टाफ के लिए भी अंडे की बिक्री अब एक नए केंपस गेट के पास काउंटर बनाकर की जाएगी। परिसर में साइकिल या किसी अन्य प्रकार की गाड़ियां नहीं आएंगी यदि दवाई और दाना आदि लेकर गाड़ियां आती हैं तो उनको पहले सेनेटाइज किया जाएगा, गाड़ियों के टायर धोए जाएंगे, इसके बाद संस्थान में यह वाहन प्रवेश कर पाएंगे। सिर्फ आवश्यक सेवाओं जैसे दाना, चारा ,दवाई आदि देने वाले कर्मचारियों को ही अंदर आने की इजाजत होगी।

डॉक्टर संजीव कुमार का कहना है कि संस्थान के पांच वरिष्ठ वैज्ञानिकों की टीम गठित की जिसमें डॉ0 जगवीर त्यागी अध्यक्ष, डॉ0 अजित सिंह यादव, डॉ0 गोथम कुलुरी, डॉ0 सत्य राम मीणा और डा0 अरुण कुमार शामिल हैं। डाक्टर संजीव कुमार का कहना है कि बडर् फ्लू माइग्रेटेड पक्षी लेकर यहां आते हैं। इसलिए यहां भी काफी सतकर्ता बरतने की जरूरत है। इसके तहत प्रवासी पक्षियों की मॉनिटरिंग की जा रही है। किसानों पोल्ट्री फार्म पर बायोसिक्योरिटी का भी ध्यान दें मशीन कोई बाहरी व्यक्ति पोल्ट्री फार्म न जाए इससे वायरस फैलने का फैलने की आशंका रहती है।       

उधर बरेली के मुख्य वन रक्षक ललित वर्मा ने बताया कि वन विभाग भी बरेली और बरेली के आसपास जिलों में आने वाले प्रवासी पक्षियों पर नजर रखे हुए है। वबनबसा (पीलीभीत), चूका रिसार्ट (पीलीभीत), लिलोर झील (बरेली) सहित क्षेत्र के बड़े तालाबों और झीलों और नदियों पर वन विभाग की टीमें नजर रखे हुए है।


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Umakant yadav

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