मिलिए KBC-13 की पहली करोड़पति हिमानी से... जो जीत की राशि से दिव्यांग बच्चों के लिए खोलना चाहती हैं कोचिंग

punjabkesari.in Saturday, Aug 28, 2021 - 07:11 PM (IST)

आगरा: उत्तर प्रदेश के राजपुर चुंगी स्थित गुरु गोविंद नगर निवासी दिव्यांग हिमानी बुंदेला अब कौन बनेगा करोड़पति सीजन 13 की पहली करोड़पति बन चुकी हैं। पेशे से टीचर हिमानी आगरा के केंद्रीय विद्यालय में गणित की शिक्षिका है। करोड़पति बनने के बाद अब 25 वर्षीय हिमानी अपने स्कूल और कालोनी की सेलिब्रेटी बन गई हैं। स्कूल में उनका हर स्टूडेंट उनके साथ सेल्फी ले रहे हैं। उनके साथ फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं। सोनी टीवी पर प्रोमो रिलीज होने के बाद हिमानी की जिंदगी में बदलाव आ गया है। वो और उनका परिवार बहुत खुश हैं। शो का प्रसारण सोनी टीवी पर 30 व 31 अगस्त को रात नौ बजे किया जाएगा। सोनी टीवी पर आने वाले प्रोमो में अमिताभ बच्चन हिमानी से सात करोड़ रुपए के लिए जैकपॉट वाला 16वां सवाल पूछते नजर आ रहे हैं। इस सवाल का जवाब क्या रहा, इस पर हिमानी ने भी सस्पेंस बरकरार रखा है। हिमानी ने कहा कि इसके लिए शो टेलीकास्ट होने का इंतजार करना पड़ेगा। क्या पता मैंने क्विट कर लिया हो या मैं हार कर 3.20 लाख रुपए पर आ गई हूं या मैंने सात करोड़ का सही जवाब दे दिया। यह सब तो 30 और 31 अगस्त को ही पता चलेगा।


गणित की शिक्षिका हिमानी का कहना है कि उन्होंने केबीसी के लिए कोई स्पेशल तैयारी नहीं की, बल्कि इसमें उनको सामान्य ज्ञान के बारे में जानने की ललक ने मदद की। जब वह 13 साल की थीं तो बच्चों को ट्यूशन पढ़ातीं थीं, यहीं से उन्हें सामान्य ज्ञान और करंट अफेयर्स के बारे में जानने में दिलचस्पी हुई। बस यह उनकी आदत बन गई। इंटरनेट पर आडियो-वीडियो के माध्यम से जानकारी हासिल करती थीं, बस केबीसी में यही काम आया। हिमानी ने कहा कि जब सड़क हादसे में उनकी आंखों की रोशनी चली गई तो परिवार और दोस्तों ने उन्हें सहारा दिया। उनकी मां सरोज और बहन भावना उनसे कहती थीं कि हिमानी अगर तुम नहीं कर पाई तो कौन कर पाएगा। बस इससे ही उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। उन्होंने पढ़ाई जारी रखी। इसमें उनके छोटे भाई रोहित और बहन पूजा ने बहुत मदद की। वो किताबों को पढ़कर सुनाते थे और वो उसे याद करती थीं। इसके बाद उन्होंने आडियो बुक और टॉकिंग आडियो से पढ़ाई की।

उन्होंने बताया कि आंखों की रोशनी खोने के बाद उन्होंने देश की पहली दृष्टि बाधित महिला आईएएस प्रांजल पाटिल के बारे में सुना। उनकी कहानी सुनने के बाद उन्होंने भी अपने सपने पूरा करने की ठानी। इसके बाद लखनऊ के शकुंतला यूनिवर्सिटी के बारे में पता चला। वहां से उनकी जिंदगी बदल गई। बीएड करने के दौरान ही नौकरी लग गई। हिमानी ने बताया कि शो में जीती गई धनराशि से उनकी योजना दिव्यांग बच्चों के लिए कोचिंग खोलने की है। इस कोचिंग में हर तरह के दिव्यांग बच्चे एक साथ पढ़ सके ओर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकें। वो खुद इस कोचिंग में पढ़ाना चाहती हैं।

हिमानी ने कहा कि शो पर जब वो अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठी तो वो पल उनके जीवन का अब तक का सबसे यादगार पल था। उन्होंने बताया कि वो फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट में वो काफी नर्वस थीं। उनको पता था कि उनके साथ जो नौ प्रतिभागी थे, उनके पास उनसे ज्यादा लर्निंग सोर्स थे। वो कंप्यूटर स्क्रीन पर देखकर जवाब दे सकते थे। मगर, उनके मन में केवल ही बात चल रही थी कि उनके पास खोने को कुछ नहीं था। या तो यहां से कुछ नया सीख कर जाऊंगी या कुछ जीतकर। बस इसी सोच ने उनकी मदद की। उन्होंने बताया कि वह कल की बजाए आज में जीना पसंद करती हैं। इसलिए वो हमेशा स्माइल करती हैं और दूसरों को कराती हैं। शो में कामयाबी का उनका राज है कि जीतना वाला कोई अलग काम नहीं करता बल्कि हर काम को अलग तरीके से करता है।

बुंदेला के परिवार में पिता विजय सिंह बुंदेला, मां सरोज बुंदेला, बहन चेतना सिंह बुंदेला, भावना बुंदेला, पूजा बुंदेला और भाई रोहित सिंह बुंदेला हैं। हिमानी का कहना है कि ऑडियो कंटेंट सुनकर उन्होंने केबीसी की तैयारी की। कौन बनेगा करोड़पति की रियलिटी शो में हॉट सीट तक का सफर माता-पिता और भाई-बहन के सपोर्ट से पूरा हो सका है। हिमानी बुंदेला चार-पांच साल से केबीसी में ट्राई कर रही थी। मगर, उसे सफलता नहीं मिल रही थी। अप्रैल-मई 2021 में अचानक केबीसी से एक फोन आया तो उन्हें एक बार को विश्वास ही नहीं हुआ लेकिन, जब दो तीन बार फोन आया तो बातचीत हुई तो विश्वास हुआ कि हिमानी का केबीसी के लिए सिलेक्शन हो गया है।

Content Writer

Umakant yadav