रामपुर में हिंदू-मुसलमानों ने खेली फूलों और रंगों की होली

punjabkesari.in Tuesday, Mar 10, 2020 - 11:45 AM (IST)

रामपुर: जहां एक तरफ पूरे देश में सांप्रदायिकता के वशीभूत तनाव का माहौल है वहीं दूसरी तरफ रामपुर में हिंदू-मुस्लिम एकता देश के गौरव का परिचय बयां कर कर रही है। कहा जाता है कि होली एक ऐसा त्यौहार है जिसमें सभी अपने गिले-शिकवे भूलकर एक दूसरे के गले लगते हैं और इस दिन दुश्मन भी एक दूसरे के गले मिल जाते हैं। इसी भावना से ओत प्रोत होकर रामपुर में हिंदू-मुस्लिम ने साथ मिलकर फूलों और गुलाल से होली खेली और एक दूसरे को गले लगाकर देश में फैले सांप्रदायिकता के वायरस को होली की आग में जलाने का संदेश दिया। रामपुर में हर साल की तरह इस बार भी हिंदू-मुसलमानों ने एक साथ मिलकर यह त्यौहार मनाया और देश की अखंडता का जीता जागता सबूत दिया।

फूलों की होली मनाते हुए अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय सचिव फरहत अली खान ने बताया जो हमारी भारतीय परंपराएं हैं। जो हमारे पूर्वजों द्वारा त्योहारों को मनाने की परंपरा डाली गई हैं उन पूर्वजों की परंपरा को जारी रखते हुए अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ, ब्राह्मण सभा, योग पतंजलि समिति और अन्य संगठनों द्वारा इस परंपरा को जारी रखते हुए होली खेली गई। उन्होंने कहा किसी भी वायरस चाहे वह जहर घोलना हो हमारे भाईचारे में हमारे अमन शांति में यह हमारी सेहत को नुकसान पहुंचाना हो होली के रंगों में और जो हमारे यहां होलिका दहन किया जाता है संस्कार किया जाता है उस वायरस को हम होली में जला देंगे। आपस में मिलजुल कर रहेंगे रामपुर का यही पैगाम है।

उन्होंने एक शेर पढ़ते हुए रामपुर का पैगाम दिया ‘उनका जो काम है वो एहले सियासत जाने, रामपुर वालों का पैगाम मोहब्बत है’ ऐसा कहते हुए उन्होंने सभी देशवासियों को होली की शुभकामनाएं दी।

Ajay kumar