मानवता फिर शर्मसारः अस्पताल के बाहर 2 दिन से नग्न अवस्था में पड़ा रहा बीमार बुजुर्ग

punjabkesari.in Monday, Apr 24, 2017 - 12:59 PM (IST)

मुज़फ्फरनगर: उत्तरप्रदेश में योगी सरकार के सभी विभागों में सख्ती के बाद भी मुज़फ्फरनगर के जिला चिकित्सालय से इंसानियत को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है। जहां इमरजेंसी के बाहर 2 दिन से बीमार बुजुर्ग नग्न अवस्था में पड़ा हुआ है, लेकिन इलाज तो दूर किसी ने उसकी तरफ देखा भी नहीं। वहीं जब मीडिया की नजर उस बुजुर्ग पर पड़ी तो कवरेज करते ही इमरजेंसी के डॉक्टर हरकत में आए और बाहर निकल कर देखा तुरंत स्ट्रेचर पर लिटा कर बीमार बुजुर्ग को भर्ती कर प्राथमिक उपचार दिया गया।

एमरजेंसी वार्ड के बाहर 2 दिन से नग्न अवस्था में पड़ा था बुजुर्ग
दरअसल मामला मुज़फ्फरनगर जिला चिकित्सालय के आपातकालीन कक्ष (एमरजेंसी वार्ड ) के बाहर बने वोटिंग रूम का है। जंहा एक लाचार वृद्ध नग्न अवस्था में कई घंटे अपने बुढ़ापे और बीमारी के कारण भीषण गर्मी में तड़पता रहा। हैरत की बात ये है कि वोटिंग रूम के बराबर में जंहा पुलिस चोंकि पर 24 घंटे पुलिसकर्मी मौजूद रहने के बावजूद ना ही तो किसी पुलिसकर्मी ने वृद्ध का हालचाल जानने की जहमत उठाई और ना ही इमेरजैंसी वार्ड में मौजूद डॉक्टर और जिला हॉस्पिटल के किसी कर्मचारी ने बूढ़े व्यक्ति को उपचार दिए जाने की कोशिश की।

मीडिया के संज्ञान के बाद अस्पताल ने किया उपचार
लेकिन मीडियाकर्मियों के वंहा पहुंचने के बाद जिला अस्पताल के कर्मचारियों ने आनन फानन में बुजुर्ग को स्टेचर पर लिटा इमेरजैंसी वार्ड में ले गअ। इस पुरे मामले में जंहा पुलिस और जिला चिकित्सालय की लापरवाही सामने आई है, वंही जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी पी एस मिश्रा ने इन्शानियत का परिचय देते हुए बीमार बुजुर्ग के उपचार के साथ-साथ खाने पीने की व्यवस्था भी की है।

किसी अपने ने बोझ समझ यहां छोड़ दियाः अधिकारी
जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी पी एस मिश्रा ने बताया है कि बुजुर्ग की हालत अभी ठीक है उम्र ज्यादा होने के कारन दिमागी संतुलन ठीक नहीं है। लगता है कि किसी ने अपने बूढ़े पिता को बोझ समझ कर यहां छोड़ दिया है। अभी इस मामले की जांच की जा रही है और साथ ही बुजुर्ग के परिजनों की भी तलाश की जा रही है। अगर कोई डॉक्टर या कर्मचारी की लापरवाही सामने आती है तो निश्चित रूप से कार्यवाही की जाएगी।