सैकड़ों सिफारिशें आती हैं पर ईमानदारी से करता हूं कर्तव्य का निर्वहन : नाईक

punjabkesari.in Saturday, Jul 28, 2018 - 10:59 AM (IST)

लखनऊः  उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि कुलाधिपति होने के नाते उनके पास अनेकों सिफारिशें आती है मगर वह पूरी निष्ठा के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करते हैं। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालजी टंडन को‘पंडित हरिकृष्ण विधायिका सम्मान’से सम्मानित करते हुए नाईक ने कहा कि पंडित शास्त्री एक जानेमाने विद्वान थे। 

लखनऊ विश्वविद्यालय में उन्होंने शिक्षा ग्रहण की, छात्रसंघ के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गये, उसी विश्वविद्यालय में शिक्षक रहे और बाद में उसी विश्वविद्यालय के कुलपति भी रहे। छह बार लगातार विधान परिषद में स्नातक प्रतिनिधि चुनकर गये। उनकी योग्यता का प्रमाण है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री ने उन्हें कुलपति पद के लिए आमंत्रित किया।   

उन्होने कहा कि मैं 28 विश्वविद्यालयों का कुलाधिपति हूं। एक कुलपति पद के लिए सैकड़ों आवेदन पत्र प्राप्त होते हैं, अनेकों सिफारिशें आती हैं। शायद उनके जैसा कोई व्यक्ति दूसरा नहीं होगा जिसने कुलपति और जनप्रतिनिधि दोनों के दायित्व का सफलतापूर्वक निर्वहन किया हो। 

हरिकृष्ण अवस्थी संसदीय अध्ययन केन्द्र द्वारा आज हरिकृष्ण जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन भारतेन्दु नाट्य अकादमी में किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल राम नाईक ने संसदीय प्रणाली एवं व्यवस्था में उत्कृष्ट योगदान के लिए पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री लालजी टण्डन का अभिनन्दन‘पंडित हरिकृष्ण विधायिका सम्मान’से स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र देकर किया। कार्यक्रम में पूर्व विधान सभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय, पूर्व मंत्री डॉ. अंमार रिकावी, पंडित हरिकृष्ण संस्थान की अध्यक्ष डॉ.आभा अवस्थी, पूर्व कुलपति गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रो. आर.के मिश्रा व अन्य विशिष्टजन उपस्थित थे। 

Ruby